भारत के छोटे व्यापारियों के लिए एक रोमांचक खबर है. इंडिया पोस्ट विश्वसनीय और किफायती पार्सल सर्विसेज प्रोवाइड करने के लिए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT), तृप्ता टेक्नोलॉजीज और Bharat eMart के साथ पार्टनरशिप करेगा. इसके बारे में मंगलवार यानी 9 मई 2023 को नेशनल मीडिया सेंटर, नई दिल्ली में संचार राज्यमंत्री देव सिंह चौहान की उपस्थिति में एक त्रिपक्षीय समझौता होने जा रहा है.

भारत के छोटे व्यापारियों की भी होगी मोटी कमाई

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भारत के छोटे व्यापारियों के लिए यह रोमांचक खबर साबित होगी. इससे छोटे व्यापारियों को अपना व्यापार और अधिक बड़ा करने का अवसर प्राप्त होगा. दरअसल, यह ई-कॉमर्स दिग्गजों फ्लिपकार्ट, अमेजन और अन्य को टक्कर देने के लिए लाया गया है. ऐसे में छोटे व्यापारियों के पास अपना सामान बिक्री करने के लिए अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी होगा और उनके सामान को डिलीवर करने की व्यवस्था भी होगी.

कैसे होगा काम ?

व्यापारी  'Bharat eMart' पर अपनी ई-शॉप स्थापित कर सकते हैं. वहीं डिलिवरी सेवाओं के लिए इंडिया पोस्ट अपनी जिम्मेदारी संभालेगा. यानि 'Bharat eMart' पर व्यापारी को ऑर्डर प्राप्त होगा जिसे उसके स्थान पर ग्राहक तक पहुंचाने का कार्य इंडिया पोस्ट द्वारा किया जाएगा. वहीं त्रिपक्षीय टाई अप के अनुसार व्यापारियों को उनके व्यवसाय में डेटा प्रबंधन, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संचालन के बारे में भी सिखाया जाएगा. ऐसे में लॉजिस्टिक्स सेवाओं के लिए इंडिया पोस्ट, सीएआईटी और तृप्ता टेक्नोलॉजीज मिलकर काम करेंगे. इससे 'Bharat eMart' पोर्टल पर विक्रेता और ग्राहकों से जुड़ा डेटा सुरक्षित रहेगा.

कब हुई थी इस मार्केट प्लेस की घोषणा ?

बता दें मार्केटप्लेस 'Bharat eMart' की पहली घोषणा पहली बार मई 2020 में CAIT द्वारा की गई थी. इसे ई-कॉमर्स दिग्गजों फ्लिपकार्ट, अमेजन और अन्य के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए लाया गया है. अच्छी बात यह है कि अभी तक इस पोर्टल के साथ तकरीबन 10 मिलियन विक्रेता जुड़ भी चुके हैं. वहीं पोर्टल पर 100 मिलियन उत्पाद की जानकारी उपलब्ध है. यानि ग्राहकों के लिए यहां खरीदारी के लिए काफी कुछ मिल जाएगा.

किन्हें मिलेगा इसका फायदा ?

इस पोर्टल पर जीरो % कमीशन पर विक्रेता जुड़ सकते हैं.  इससे जहां एक और विक्रेता को फायदा होता है, तो वहीं ग्राहकों को भी सस्ती चीजों के रूप में बड़ा लाभ प्राप्त हो सकता है. आगे आने वाले समय में लगभग 8 करोड़ व्यापारियों द्वारा इस ई मार्केट से लाभ उठाने की उम्मीद जताई जा रही है. निश्चित रूप से इससे सरकारी विभाग इंडिया पोस्ट की कमाई में भी इजाफा होगा. स्पष्ट है कि सरकारी विभाग और प्राइवेट सेक्टर से जुड़ी इकाइयां मिलकर अब ऐसे रास्ते तलाश रही हैं, जिनसे जनता, विक्रेता और सरकार तीनों को लाभ प्राप्त हो. यह समझौता इसी का एक उदाहरण पेश करता है.

डिजिटल मुद्रा को मिलेगा बढ़ावा

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा "डिजिटल मुद्रा जारी किए जाने के बाद CAIT ने कहा था कि वह जल्द ही व्यापार में भुगतान के तरीके के रूप में डिजिटल रुपये को अपनाने और स्वीकार करने के लिए देश भर के व्यापारिक समुदाय के बीच एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करेगा. इसलिए CAIT अपने राष्ट्रीय अभियान में आठ सूत्री कार्यक्रम कर रहा है.

ऐसे में अब वह समय दूर नहीं जब देश में चेक बुक का युग समाप्त हो जाएगा और धीरे-धीरे नकदी की जगह ले ली जाएगी. इसमें ई-कॉमर्स पर ई-शॉप, नकदी के स्थान पर डिजिटल भुगतान को अपनाने, व्यवसाय में कंप्यूटर प्रौद्योगिकी का उपयोग करने, करों का समय पर भुगतान, ग्राहक के साथ अच्छा व्यवहार, दुकानों को शोरूम में बदलने, बेहतर उत्पाद प्रदर्शन और स्थानीय व्यापार संघों को मजबूत करने में मदद मिलेगी.

रिपोर्ट: PBNS

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