नोएडा और गुरुग्राम में इस साल मार्च तक घर खरीदारों को 54,000 फ्लैटों की आपूर्ति होने की संभावना है. इसकी वजह यह भी है कि अब बिल्डर लंबित पड़ी परियोजनाओं को पूरा करने पर ध्यान दे रहे हैं. ब्रोकरेज कंपनी प्रॉपटाइगर ने यह जानकारी दी है. फर्म ने बयान में कहा, "परियोजनाओं में देरी के चलते राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई रीयल एस्टेट डेवलपरों के सामने अपना अस्तित्व बचाने का संकट खड़ा हो गया है. हालांकि, अन्य डेवलपरों ने ज्यादा से ज्यादा मकानों की आपूर्ति के काफी प्रयास किए हैं." 

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नोएडा में 30,000 से ज्यादा होगी आपूर्ति 

प्रॉपटाइगर के आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में बिल्डर नोएडा संपत्ति बाजार में 30,000 से ज्यादा इकाइयों की आपूर्ति करेंगे. चालू वित्त वर्ष में बिल्डर अब तक घर खरीदारों को 57,000 फ्लैटों की आपूर्ति कर चुके हैं. कब्जा देने के लिए जो इकाइयां तैयार है, उनमें से ज्यादातर यमुना एक्सप्रेसवे और नोएडा एक्सप्रेसवे क्षेत्र में हैं. अगले वित्त वर्ष में नोएडा संपत्ति बाजार में 94,000 से अधिक फ्लैटों की आपूर्ति होने की उम्मीद है. 

रीयल एस्टेट से जुड़ा वीडियो

गुरुग्राम में 24,000 फ्लैट की होगी आपूर्ति

इस प्रकार, गुरुग्राम में मार्च तक करीब 24,000 फ्लैटों की आपूर्ति होने की उम्मीद है. चालू वित्त वर्ष में अब तक 56,000 से ज्यादा इकाइयों की आपूर्ति की गई है. गुरुग्राम में अगले वित्त वर्ष में घर खरीदारों को लगभग 43,000 फ्लैटों पर कब्जा मिलने की उम्मीद है. उल्लेखनीय है कि करीब पिछले पांच-छह सालों से रीयल एस्टेट क्षेत्र में काफी मंदी देखने को मिल रही है. कई प्रोजेक्ट में काम भी बंद हो गए. ऐसे में घर खरीदारों को अपने फ्लैट का कब्जा यानी पोजेशन नहीं मिल पाया है. आज भी लाखों घर खरीदारों का पैसा तमाम बिल्डर और डेवलपर्स के यहां फंसा है. 

(इनपुट एजेंसी से)