नेपाल में भूकंप पीड़ितों के लिए पतंजलि बना सहारा, गैर-बासमती चावल निर्यात के लिए सरकार ने हटाया प्रतिबंध
भारत सरकार ने नेपाल में भूकंप पीड़ितों के लिए सफेद चावल भेजने के लिए पतंजलि आयुर्वेद को निर्यात प्रतिबंध से एक बार की छूट दी है.
सरकार ने नेपाल में भूकंप पीड़ितों के लिए दान के रूप में 20 एमटी गैर-बासमती सफेद चावल भेजने के लिए पतंजलि आयुर्वेद को निर्यात प्रतिबंध से एक बार की छूट प्रदान की है. घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन कुछ देशों को उनकी खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए और अनुरोध पर सरकार द्वारा दी गई अनुमति के आधार पर निर्यात की अनुमति दी गई है.
चावल निर्यात प्रतिबंध से एक बार की छूट
विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) की ओर से जारी एक अधिसूचना के मुताबिक पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को भूकंप पीड़ितों के लिए नेपाल को दान के रूप में 20 एमटी गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात के लिए प्रतिबंध से एक बार की छूट दी गई है. अक्टूबर में जारी DGFT की अधिसूचना के अनुसार, सरकार ने नेपाल, कैमरून और मलेशिया सहित सात देशों को 10,34,800 टन गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात की अनुमति दी है.
भूकंप पीड़ितों के लिए चावल का निर्यात
इसमें से नेपाल को 95,000 टन, कैमरून को 190,000 टन, कोट डिलवोइर को 142,000 टन, गिनी को 142,000 टन, मलेशिया को 170,000 टन, फिलीपीन को 295,000 टन और सेशेल्स को 800 टन चावल दिया जाएगा. पतंजिल के लिए नेपाल एक प्रमुख बाजार है. नेपाल में छह नवंबर की आधी रात से ठीक पहले 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 153 लोगों की मौत हो गई थी और 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं.