Onion Export: सरकार ने प्याज के निर्यात पर लगी पाबंदी हटाने का फैसला किया है. कीमतों में सुधार और आपूर्ति बेहतर होने के साथ उसने सोमवार को कहा कि 15 मार्च से प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर कोई रोक नहीं होगी. इसके निर्यात पर करीब छह महीने से पाबंदी है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने प्याज पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) भी हटाने का फैसला किया है. डीजीएफटी ने एक अधिसूचना में कहा कि प्याज की सभी किस्मों का निर्यात 15 मार्च से मुक्त होगा. इसमें साख पत्र या न्यूनतम निर्यात मूल्य जैसी कोई शर्तें नहीं होंगी.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि इस फैसले से किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, सरकार ने पिछले सप्ताह करीब छह महीने से प्याज के निर्यात पर जारी पाबंदी को हटाने का फैसला किया. इसका कारण रबी फसल अच्छी रहने से कीमतों में तेज गिरावट की आशंका है. सब्जी की कीमत में तीव्र वृद्धि को देखते हुए निर्यात पर पाबंदी लगाई गई थी. अब प्याज का दाम स्थिर हो गया है और फसल भी अच्छी होने की उम्मीद है.

खाद्य मंत्री राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) ने बुधवार को ट्विटर पर लिखा था कि मार्च में फसल की आवक 40 लाख टन से अधिक रह सकती है जो पिछले साल 28.4 लाख टन थी. सरकार ने सितंबर 2019 में प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगाई थी और 850 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) भी लगाया था. आपूर्ति-मांग में अंतर के कारण प्याज की कीमत आसमान को छूने के बीच यह कदम उठाया गया था.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

देश में भारी बारिश तथा महाराष्ट्र (Maharashtra) समेत प्रमुख उत्पादक राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण खरीफ मौसम में प्याज की किल्लत हो गयी थी. फिलहाल रबी फसल की आवक शुरू हो गया है और मार्च के मध्य से इसमें तेजी आने की उम्मीद है. प्याज के निर्यात से घरेलू कीमतों में तीव्र गिरावट को थामने में मदद मिलेगी.