विदेशों में कमजोरी के रुख के चलते सोने-चांदी के दामों में आई गिरावट
सोने की कीमत 0.14 प्रतिशत की हानि के साथ 38,800 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई. चांदी 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,470 रुपये प्रति किग्रा पर आ गई.
विदेशों में कमजोरी के रुख को देखते हुए कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को कम किया जिससे वायदा कारोबार में मंगलवार को सोने-चांदी के दामों में गिरावट देखी गई. सोने की कीमत 0.14 प्रतिशत की हानि के साथ 38,800 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई. चांदी की कीमत 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,470 रुपये प्रति किग्रा पर आ गई.
एमसीएक्स में सोने के अक्टूबर डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 42 रुपये अथवा 0.14 प्रतिशत की हानि के साथ 30,800 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई जिसमें 177 लॉट के लिए कारोबार हुआ. सोने के दिसंबर डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 28 रुपये अथवा 0.09 प्रतिशत की हानि के साथ 31,102 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई जिसमें 23 लॉट के लिए कारोबार हुआ.
बाजार विश्लेषकों ने सोने की वायदा कीमतों में गिरावट का कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पूर्व निवेशकों द्वारा बाजार से किनारा करने की वजह से विदेशों में कमजोरी के रुख को बताया. इस बीच सिंगापुर में सोने की कीमत 0.05 प्रतिशत की हानि के साथ 1,198.20 डॉलर प्रति औंस रह गई.
चांदी में भी गिरावट
अगर चांदी की बात करें तो विदेशों में कमजोरी के रुख के बीच सटोरियों ने अपने सौदों की कटान की जिससे वायदा कारोबार में चांदी की कीमत 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,470 रुपये प्रति किग्रा रह गई. एमसीएक्स में चांदी के मार्च 2019 में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 183 रुपये अथवा 0.47 प्रतिशत की हानि के साथ 38,470 रुपये प्रति किग्रा रह गई जिसमें तीन लॉट के लिए कारोबार हुआ.
इसी प्रकार चांदी के दिसंबर में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 137 रुपये अथवा 0.36 प्रतिशत की हानि के साथ 37,730 रुपये प्रति किग्रा रह गई जिसमें 605 लॉट के लिए कारोबार हुआ. अंतरराष्ट्रीय बाजार, सिंगापुर में मंगलवार को चांदी में 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14.21 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार हुआ.
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि विदेशों में निवेशकों को फेडरल रिजर्व की बैठक के फैसलों का इंतजार है और इससे वैश्विक बाजारों में कमजोरी का रुख रहा. अमेरिकी केन्द्रीय बैंक द्वारा इस बैठक में ब्याज दर में वृद्धि किये जाने, भविष्य में की जाने वाली वृद्धि का संकेत प्राप्त होने की उम्मीद है. इसके साथ सटोरियों की मुनाफावसूली होने से चांदी वायदा कीमतों पर दबाव रहा.
(इनपुट भाषा से)