Gautam Adani: एक नहीं दो नहीं पूरे पांच... Adani Group को लगे झटके पर झटके, अपने ही 5 फैसले बदलने पर हुए मजबूर
Gautam Adani: अदानी ग्रुप लगातार कई झटके झेल रहा है. गौतम अदानी अमीरों की लिस्ट में एक महीने के अंदर तीसरे नंबर से खिसककर 25वें नंबर पर आ गए हैं. वहीं, अदानी ग्रुप को कई फ्रंट पर यू-टर्न लेना पड़ा है.
Gautam Adani: Hindenburg Research की Adani Group पर रिपोर्ट आने के बाद से भारत के अरबपति बिजनेसमैन गौतम अदानी (Gautam Adani Wealth) लगातार कई झटके झेल रहे हैं. अदानी ग्रुप को कई फ्रंट पर यू-टर्न लेना पड़ा है, अपने कई फैसले या तो बदलने पड़े हैं, या फिर टालने पड़े हैं. ग्रुप को बॉन्ड, नए प्रोजेक्ट, पार्टनरशिप को होल्ड पर डालना पड़ा है. Hindenburg की रिपोर्ट के बाद कॉन्गलोमरेट का मार्केट वैल्यू 100 बिलियन डॉलर तक गिरा है, यानी ग्रुप की कुल कंपनियों की वैल्यूशन गिरने से ग्रुप को कुल मिलाकर 100 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. गौतम अदानी खुद दुनियाभर के अमीरों की लिस्ट में एक महीने के अंदर तीसरे नंबर से खिसककर 25वें नंबर पर आ गए हैं. उनकी खुद की संपत्ति 70 अरब डॉलर नीचे आई है.
Adani Enterprises FPO वापस लेने के साथ शुरू हुआ गौतम अदानी का यू-टर्न
गौतम अदानी अपने कई फैसले वापस लेंगे या पीछे हटेंगे, इस सिलसिले की शुरुआत तभी हो गई थी, जब उन्होंने Adani Enterprises का FPO फुली सब्सक्राइब हो जाने के बाद भी इसे वापस लेने का ऐलान किया था. एफपीओ वापस लेने के बाद से ही ग्रुप ने खुद अपने कई प्रोजेक्ट रोके हैं. कई अधिग्रहण होने थे, जिनसे समूह ने अपने पांव पीछे खींच लिए हैं. वहीं कुछ पार्टनरशिप में भी ग्रुप को नुकसान हुआ है. ग्रुप अपने कई कारोबार में बैकफुट पर चला गया है.
Adani Group को कहां-कहां लगा है झटका? किन फैसलों पर लिया है यू-टर्न?
1. ताजा अपडेट में तो अदानी एंटरप्राइजेज ने सोमवार को पॉवर ट्रेडर PTC India में हिस्सेदारी के लिए बोली लगाने से अपने कदम पीछे हटा लिए हैं.
2. इसके पहले अदानी पावर ने DB पावर के अधिग्रहण में हिस्सा नहीं लिया था. बिड लगाने के 15 जनवरी के टाइम लिमिट तक कंपनी की ओर से कोई बिड नहीं आई थी. अदानी पावर ने पिछले साल अगस्त में घोषणा की थी कि वो लगभग 7000 करोड़ का अधिग्रहण कर सकता है.
3. टोटल एनर्जीज़ के साथ भी उनकी ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर 50 अरब डॉलर की पार्टनरशिप होनी थी, जिसे टोटल एनर्जीज़ ने होल्ड पर डाला है.
4. अदानी ट्रांसमिशन के साथ भी ऐसा ही हुआ. उत्तर प्रदेश के MVVNL (Madhyanchal Vidyut Vitaran Nigam Ltd.) के लिए जो बिड था, ये प्रोजेक्ट 5,400 करोड़ का था, इस बिड को खारिज कर दिया गया.
5. इसके अलावा, अदानी एंटरप्राइजेज ने बॉन्ड के जरिए 1,000 करोड़ का फंड जुटाने का जो ऐलान किया था, उसे वापस ले लिया है.