वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर MSME उद्योगों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए कई कदम  उठाए हैं . वित्त मंत्री की ओर से किए गए ऐलान के तहत अब सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योगों को ई मार्केट से जोड़ा जाएगा. इसके तहत इन उद्योगों को उत्पादों को ई कॉमर्स कंपनियों के जरिए भी बेचने में मदद की जाएगी. वित्त मंत्री न इस मौके पर कहा कि वर्तमान हालात में छोटे उद्योगों के लिए ट्रेड फेयर लगाना संभव नहीं हैं. इसको ध्यान में रखते हुए ई ट्रेड फेयर लगाए जाएंगे.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

45 दिनों के अंदर पेमेंट

छोटे उद्योगों के सामने इस समय वर्किंग कैपिटल की बड़ी समस्या है. इसको ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्रालय की ओर से ऐलान किया गया है कि जितनी भी पब्लिक सेक्टर यूनिटों को सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योगों ने सप्लाई की है उन्हें 45 दिनों के अंदर पेमेंट दिलाया जाएगा. इससे छोटे उद्योगों के सामने वर्किंग कैपिटल का संकट नहीं आएगा.

MSME को बिना गारंटी 3 लाख करोड़ का लोन

छोटे उद्योगों (MSME) के लिए सरकार की ओर से 6 बड़े कदम उठाए गए हैं. इनमें MSME को 3 लाख करोड़ रुपये का बिना गारंटी के लोन दिया जाएगा. MSME को चार साल के लिए लोन दिया जाएगा. वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा उठाए गए कदमों से 45 लाख MSME को राहत दी गई है. एक साल तक टैक्स चुकाने से छूट दी गई है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

छोटे उद्योगों को बड़ा बनाने का होगा प्रयास

वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा आकार बढ़ाने की चाहत रखने वाली MSME को फंड्स ऑफ फंड्स का प्रावधान किया गया है जिससे 50 हजार करोड़ की इक्विटी इंफ्यूजन होगीसंकट में फंसे MSME को 20 हजार करोड़ दिए जाएंगे. सक्षम MSME, जो कोरोना की वजह से परेशान हैं, उन्हें कारोबार विस्तार के लिए 10,000 करोड़ रुपए के फंड्स ऑफ फंड के माध्यम से सहयोग दिया जाएगा.सीतारमण ने कहा जो NPA हैं और जो लॉकडाउन के चलते परेशानी में हैं उन्हें इस कदम से फायदा होगा.