भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को खरीदने के बाद अमेरिकी रिटेल चेन वॉलमार्ट के शुद्ध आय पर असर पड़ सकता है. खुद वालमार्ट ने हाल में नियामक के सामने कहा है कि उसकी आय वित्तीय वर्ष 2018-19 और वर्ष 2019-20 में घट सकती है. वॉलमार्ट ने पिछले माह ही फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की है. इसमें वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट समूह में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है. यह सौदा 16 अरब डॉलर में हुआ है.

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वॉलमार्ट ने अपने बयान में कहा है कि हमें लगता है कि फ्लिपकार्ट के साथ हुए सौदे से हमारी आय पर इसका नकारात्मक असर पड़ेगा. यहां तक कि वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में भी हमें ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. कंपनी तीसरी तिमाही की शुरुआत में फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण के बाद एक माह के वित्तीय परिणाम जारी कर सकती है. अमेरिका में हाल में हुए एक निवेशक सम्मेलन में वालमार्ट इंक के प्रेसिडेंट और सीईओ डॉगलस मैकमिलन ने कहा कि वह रिटेल की पूरी प्रणाली को समझ रहे हैं कि यह दुनियाभर में कैसे काम करती है.

मैकमिलन का कहना था कि हमें चीन से काफी कुछ सीखने को मिल रहा है. साथ ही हम भारत से और अधिक सीखेंगे. हम वहां अपनी मौजूदगी चाहते हैं जहां ढेरों मौके हों. यही वजह है कि हमें भारत में फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण करने का मौका मिला. मैकमिलन का कहना है कि भारत में फ्लिपकार्ट के पास एक बेहतर प्रबंधन था. उन्होंने एक बेहतरीन प्रणाली स्थापित की थी. भारत के लिए यह काफी खास है. अगर भारत छोटा बाजार होता तो शायद हम कुछ और सोचते लेकिन यह हमारे लिए एक शानदार अवसर है. हम यहां 20 साल तक की अपनी मौजूदगी मानकर चल रहे हैं.