Exclusive: SCI के विनिवेश की रेगुलेटरी मंजूरी जल्द, डीमर्ज हुई कंपनी जनवरी तक लिस्ट होगी
SCI Disinvestment: SCI की डीमर्ज हुई कंपनी जनवरी तक लिस्ट होगी, सरकार SCI में करीब 63% हिस्सा बेचेगी. मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स के पास डीमर्जर की सुनवाई के लिए नवंबर के दूसरे हफ्ते में SCI को बुला सकता है. शेयरहोल्डर्स और लेंडर्स से भी एससीआई को अप्रूवल मिल चुका है. ROC ने भी अपनी रिपोर्ट जमा कर दी है.
SCI Disinvestment: शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SCI) के विनिवेश से जुड़ी खबर है. एससीआई के विनिवेश की प्रक्रिया तेज हो गई है. कंपनी के विनिवेश की रेगुलेटरी मंजूरी नवंबर के दूसरे हफ्ते में मिल सकती है. मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स के पास डीमर्जर की सुनवाई के लिए नवंबर के दूसरे हफ्ते में SCI को बुला सकता है. शेयरहोल्डर्स और लेंडर्स से भी एससीआई को अप्रूवल मिल चुका है. ROC ने भी अपनी रिपोर्ट जमा कर दी है.
आखिरी सुनवाई नवंबर के दूसरे हफ्ते में संभव
SCI के विनिवेश पर अंतिम सुनवाई नवंबर के दूसरे हफ्ते में हो सकती है. फाइनल हियरिंग में ऑब्जर्वेशन लेटर जारी हो सकता है. उसके 15 से 20 दिन में रिटर्न ऑर्डर पास हो जाएगा. इस रिटर्न ऑर्डर के पास होने के बाद SCI की डीमर्ज हुई कंपनी जनवरी तक लिस्ट होगी. फाइनल अप्रूवल के बाद 45 दिन का समय लगता है.
इस साल मई में शिपिंग कॉरपोरेशन के बोर्ड ने शिपिंग हाउस मुंबई और MTI (Maritime Training Institute) पवई सहित शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लैंड एंड एसेट्स लिमिटेड (SCILAL) को SCI की नॉन-कोर एसेट्स को अलग करने के लिए एक अपडेटेड डीमर्जर योजना को मंजूरी दी थी ताकि सभी नॉन-कोर एसेट्स को नई कंपनी SCILAL में विलय को पूरा किया जा सके.
SCI की बैलेंस शीट के अनुसार, 31 मार्च 2022 तक डीमर्जर के लिए रखी गई नॉन-कोर एसेट्स का वैल्यू 2,392 करोड़ रुपये था. मार्च 2021 में सरकार को शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के निजीकरण के लिए कई बोलियां मिली थीं.
हालांकि, डीमर्जर प्रक्रिया में देरी हुई.