चीन की इलेक्ट्रिक कार पर EU की सख्ती; 25% अतिरिक्त ड्यूटी लगाने की तैयारी, Tata Motors को मिलेगा फायदा
European Union Action On Chinese EV Car: यूरोप में बिकने वाली चीनी इलेक्ट्रिक कार पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ बढ़ाने की तैयारी कर रहा है, जिससे यूरोप में आने वाले समय में चीनी इलेक्ट्रिक कार महंगी हो जाएंगी.
European Union Action On Chinese EV Car: यूरोपियन यूनियन ने चीन की इलेक्ट्रिक कार को लेकर बड़ा बयान दिया है. यूरोपियन यूनियन (EU) ने चीन की इलेक्ट्रिक कार पर बड़े टैरिफ लगाने की तैयारी कर रही है. फाइनेंशियल टाइम्स की खबर के मुताबिक यूरोपियन यूनियन चीन की इलेक्ट्रिक कार (Chinese EV Cars) पर बड़े टैरिफ लगाने की योजना बना रहा है. ये नई पॉलिसी अगले महीने से लागू हो सकती है. बताया जा रहा है कि यूरोप में बिकने वाली चीनी इलेक्ट्रिक कार पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ बढ़ाने की तैयारी कर रहा है, जिससे यूरोप में आने वाले समय में चीनी इलेक्ट्रिक कार महंगी हो जाएंगी.
25% घट सकता है इम्पोर्ट
खबर के मुताबिक, अगले महीने से चीनी EV कारों पर यूरोपियन यूनियन 25% तक की अतिरिक्त इम्पोर्ट ड्यूटी लगाने की तैयारी कर रहा है. Rhodium Group के मुताबिक, 2023 में चीन ने 1000 करोड़ रुपए यूरो की इलेक्ट्रिक करें EU को एक्सपोर्ट की थी. वहीं Kiel Institute के मुताबिक, 20 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ से चीनी EV कारों का इम्पोर्ट 25 फीसदी तक घटा सकता है.
चीनी इलेक्ट्रिक कार हो जाएंगी महंगी
यूरोपियन यूनियन के फैसले के बाद चीनी इलेक्ट्रिक कार अब के मुकाबले महंगी हो जाएंगी. इतना ही नहीं, यूरोप में 2022 में BYD और MG Motor का कुल मार्केट शेयर 4 फीसदी था, जो अब करीब 8 फीसदी हो गया है. य़ूरोपियन यूनियन की इलेक्ट्रिक कार के मुकाबले चीनी इलेक्ट्रिक कार अभी भी 20 फीसदी सस्ती हैं.
Tata Motors को मिलेगा फायदा
चीनी इलेक्ट्रिक कार पर ज्यादा इम्पोर्ट ड्यूटी लगाने से यूरोप में चीनी ईवी कार महंगी हो जाएंगी. इसका फायदा यूरोप में पहले से मौजूद जेएलआर (JLR) को होगा. यूरोप में JLR की बिक्री है. FY24 में JLR रिटेल बिक्री 21.7% बढ़कर 431733 यूनिट्स रही थी और यूरोप में 78,253 यूनिट्स बेचीं गई, जो कि साल दर साल 9.1 फीसदी की तेजी है. कुल रिटेल बिक्री वॉल्यूम में यूरोप का 18 फीसदी हिस्सा है.