EMAMI के प्रमोटरों ने 10% हिस्सेदारी बेची, इस वजह से चाहिए थी बड़ी रकम
इमामी (EMAMI) समूह के प्रमोटरों ने इमामी लिमिटेड की अपनी 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 1,600 करोड़ रुपये जुटाए, ताकि कर्ज का बोझ कम किया जा सके.
इमामी (EMAMI) समूह के प्रमोटरों ने इमामी लिमिटेड की अपनी 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 1,600 करोड़ रुपये जुटाए, ताकि कर्ज का बोझ कम किया जा सके. इससे मंगलवार को इमामी के शेयर 14.83 फीसदी की तेजी के साथ 407.70 रुपये पर पहुंच गए थे, जबकि इससे पिछले सत्र में यह 355.05 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ था.
इमामी समूह के प्रमोटरों द्वारा सोमवार को अपनी फ्लैगशिप कंपनी इमामी लि. में 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के बाद कंपनी में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 62.74 फीसदी रह गई है.
कंपनी की हिस्सेदारी खरीदने वालों में एसबीआई म्यूचुअल फंड, प्रेमजीइन्वेस्ट, अमुन्दी, आईडीएफसी, एलएंडटी म्यूचुअल फंड और पायनियर इन्वेस्टमेंट शामिल हैं.
कंपनी ने कहा, "हिस्सेदारी की बिक्री प्रमोटरों का कर्ज घटाने के लिए की गई है, जिसका प्रयोग सीमेंट और सौर ऊर्जा जैसी परिसंपत्तियों को तैयार करने के लिए किया गया था."
विनिवेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इमामी लि. के निदेशक मोहन गोयनका ने कहा, "प्रमोटर्स कंपनी में अपनी बहुमत हिस्सेदारी बनाए रखने को प्रतिबद्ध हैं और आगे अब और हिस्सेदारी बेचने का कोई इरादा नहीं है."