सुप्रसिद्ध कारोबारी और टेस्ला कंपनी के प्रमुख एलन मस्क की मुसीबत का कारण 7 अगस्‍त 2018 को किया गया वह ट्वीट है, जिसमें उन्‍होंने दावा किया था कि कंपनी को प्राइवेट करने का जरिया मिल गया है. ट्वीट में उन्‍होंने कहा था कि टेस्ला को प्राइवेट बनाने के लिए 420 डॉलर प्रति शेयर की दर से फंड की व्यवस्था हो गई है. हालांकि, यह कीमत टेस्ला के शेयरों की तत्कालीन बाजार दर से कहीं अधिक थी. इस पर अमेरिकी अधिकारियों ने ऐतराज भी जताया था. बाद में इसे धोखाधड़ी माना गया और अदालत में मस्‍क के खिलाफ केस दायर किया गया है. 

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चरस बाजार में '420' अंक काफी चलन में है

आयोग के सह निदेशक स्‍टीवन पीकिन ने कहा कि मस्‍क ने कंपनी को प्राइवेट बनाने के लिए 420 डॉलर का जो शेयर प्राइस तय किया था, उस पर 20% प्रीमियम था. यह मौजूदा शेयर कीमतों से ज्‍यादा था. मस्‍क ने शेयर प्राइस को जानबूझकर 420 डॉलर के अंक में राउंड ऑफ किया था, क्‍योंकि इस अंक की अमेरिका के चरस बाजार में काफी वैल्‍यू है. मस्‍क को लगता था कि इस अंक से कुछ न कुछ करिश्‍मा होगा.

अमेरिकी नियामक मस्‍क को हटाने की तैयारी में

ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का सरकारी प्रतिभूति नियामक उन्हें हटाने की तैयारी में है. अमेरिका के प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग ने मस्क के ऊपर कंपनी को प्राइवेट बनाने के संबंध में गलत बयान देकर प्रतिभूति धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. आयोग ने एक संघीय अदालत में याचिका दायर कर मस्क को टेस्ला प्रमुख के पद से हटाने की मांग की है.

टेस्‍ला के शेयर हुए धड़ाम

एजेंसी के अदालत में अपील के बाद टेस्ला के शेयर भरभरा कर गिर गए. गुरुवार को टेस्ला का शेयर करीब 12 प्रतिशत गिरा. इस बीच टेस्ला द्वारा जारी बयान में मस्क ने आयोग के कदम को अन्याय करार दिया. उन्होंने कहा, 'मैंने हमेशा ही सत्य, पारदर्शिता और निवेशकों के सर्वश्रेष्ठ भले के लिए कदम उठाया है. सत्यनिष्ठा मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा मूल्य है और तथ्यों से मालूम होगा कि मैंने इनसे कभी समझौता नहीं किया है.'