बन रहा है न्यू इंडिया, निर्माण उपकरणों की मांग 24 प्रतिशत बढ़ी
निर्माण क्षेत्र पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) एवं नोटबंदी के नकारात्मक प्रभावों को बावजूद उद्योग में यह वृद्धि दर्ज की गई है.
देश में चारों तरफ तेजी से निर्माण कार्य हो रहे हैं. महानगरों का आए दिन नक्शा बदल रहा है. अगर दिल्ली की ही बात करें तो देश की राजधानी तेजी से मल्टीस्टोरी शहर में तब्दील हो रही है. यहां मकान टूटकर बहुमंजिला इमारत में बदल रहे हैं. इसके अलावा देशभर में सड़कों का निर्माण भी तेजी से हो रहा है. बुनियादी ढांचा क्षेत्र में खर्च बढ़ने से वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान निर्माण उपकरणों की मांग में 24 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई. वित्त वर्ष 2015-16 में यह वृद्धि 13 फीसदी रही थी. एक अध्ययन में यह जानकारी दी गयी है.
उद्योग मंडल एसोचैम और फीडबैक कंसल्टिंग के संयुक्त अध्ययन में कहा गया है कि निर्माण क्षेत्र पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) एवं नोटबंदी के नकारात्मक प्रभावों को बावजूद उद्योग में यह वृद्धि दर्ज की गई है. निर्माण उपकरण की कुल मांग में से दो-तिहाई मांग सरकार की रही.
कहा गया है कि राजमार्ग का निर्माण उपकरण उद्योग की वृद्धि में सहायक सिद्ध हुआ.