अनिल अंबानी के अच्छे दिन की शुरुआत होती दिख रही है. उनके नेतृ्त्व वाली कंपनी  को पड़ोसी मुल्क भूटान से मेगा ऑर्डर मिला है. इसके तहत रिलायंस ग्रुप 1270 मेगावाट का सोलर एंड हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स स्थापित करेगा. इसके लिए ग्रुप ने भूटान सरकार की वाणिज्यिक एवं निवेश शाखा ड्रक होल्डिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (Druk Holding and Investments) के साथ एक स्ट्रैटिजिक साझेदारी की है. 12 सितंबर से लगातार रिलायंस पावर का शेयर हरे निशान में बंद हो रहा है. 29.5 रुपए का शेयर 51 रुपए के पार पहुंच चुका है. 2 हफ्ते में शेयर 62 फीसदी चढ़ चुका है.

1270 MW का रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट डेवलप किया जाएगा

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शेयर बाजार को भेजी सूचना में Reliance Power की तरफ से कहा गया कि रिलायंस ग्रुप ने ड्रक होल्डिंग्स एंड इन्वेस्टमेंट के साथ मिलकर 500 MW का सोलर पावर प्रोजेक्ट और 770 MW का हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट डेवलप करने का फैसला किया है. इसके लिए रिलायंस ग्रुप ने एक नई कंपनी का गठन किया है जिसका नाम Reliance Enterprises रखा गया है.  रिलायंस एंटरप्राइजेज का गठन भूटान में ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स डेवलपमेंट के लिए किया गया है. यह भूटान के लिए मेगा इन्वेस्टमेंट है और वहां रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में किसी प्राइवेट कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा FDI है.

Reliance Enterprises नाम से कंपनी का गठन

Reliance Enterprises के प्रमोटर्स की बात करें तो रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर लिमिटेड हैं. यह रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी है जिसमें रिलायंस पावर की हिस्सेदारी 50% है. बाकी हिस्सेदारी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के पास है. रिलायंस एंटरप्राइजेज मुख्य रूप से रिन्यूएबल्स एंड ग्रीन एनर्जी सेक्टर के लिए काम करेगी. इसे भूटान सरकार से FDI रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मिल चुका है.

Reliance Power के बारे में जानें

प्रोजेक्ट डीटेल्स की बात करें तो 500 MW का सोलर पावर प्रोजेक्ट है. इसे  250 MW के दो चरणों में डेवलप किया जाएगा. 770 MW का हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट है. रिलायंस पावर और ड्रक होल्डिंग मिलकर Chamkharchhu-1 हाइड्रो प्रोजेक्ट्स को डेवलप करेंगे. रिलायंस पावर की कुल स्थापित क्षमता 5,340 मेगावाट है जिसमें मध्यप्रदेश के सासन में 4,000 मेगावाट की अल्ट्रा मेगा पावर परियोजना भी शामिल है. बता दें कि अनिल अंबानी प्रमोटेड रिलायंस ग्रुप की दोनों कंपनी Reliance Infrastructure और Reliance Power लगभग कर्जमुक्त हो चुकी है.