हल्दी वाला दूध कई तरह से फायदेमंद है. इसी नुस्खे से सीख लेते हुए एशिया के सबसे बड़े मिल्क ब्रॉन्ड अमूल ने 'हल्दी दूध' लॉन्च किया है. अमूल का मानना है कि बीमारियों से बचाव के लिए हल्दी वाला दूध काफी बेहतरीन प्रोडक्ट के रूप सामने आएगा. खासकर युवाओं को ध्यान में रखते हुए अमूल ने यह प्रोडक्ट लॉन्च किया है. गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) अमूल ब्रॉन्ड की मार्केटिंग करती है. कैरा डिस्ट्रिक्ट को ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर यूनियन लिमिटेड ने दूध की दो नई किस्मों का उत्पादन शुरू किया है. कैरा डिस्ट्रिक्ट को ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर यूनियन लिमिटेड को अमूल डेयरी के नाम से भी जाना जाता है. कंपनी दूध को कैन में उपलब्ध कराएगी.

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200 ml की बोतल में आएगा दूध

अमूल ने 200 एमएल की बोतल में दूध बोतल लॉन्च किया है. इसकी कीमत 30 रुपए रखी गई है. रोगों से लड़ने की क्षमता (Immunity Booster) बढ़ाने के लिए गोल्डन दूध अच्छा होता है. अमूल आने वाले दिनो में अदरक, तुलसी समेत के कई और तरह के दूध भी लॉन्च करने की प्लानिंग कर रही है. अमूल डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. के रतनाम के मुताबिक, कंपनी के पास रोजाना इन दोनों प्रोडक्ट्स की 1.50 लाख यूनिट तैयार करने की क्षमता है. इन दो नई वैरायटीज को आनंद स्थित अमूल डेयरी प्लांट में तैयार किया जा रहा है. 

क्यों लॉन्च किया हल्दी दूध

फेडरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढ़ी के मुताबिक, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की खूबी के लिए हल्दी सुपरफूड के रूप में जाना जाता है. खासतौर पर दूध के साथ मिलकर यह कई बीमारियों से लड़ने वाली सदियों पुरानी आयुर्वेदिक दवा है. हल्दी दूध सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में प्रसिद्ध है. आयरिस ड्रिंक मॉकटेल (निश्चिततौर पर विस्की के बिना) आयरलैंड के फेमस आयरिस कॉफी से प्रेरित है.

पिछले साल ऊटनी का दूध किया था लॉन्च

कैमल मिल्क पचने में तो आसान है ही, इसके कई अन्य फायदे भी हैं. इसमें इन्सुलिन प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होने की वजह से यह डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है. कैमल मिल्क का इस्तेमाल हजारों सालों से विविध संस्कृतियों में होता आया है. आरोग्य के विविध फायदों को देखते हुए इस दूध की वजह से बाजार में एक नया क्षेत्र खुला है.

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वित्तवर्ष 2020 में अमूल का कारोबार 17% बढ़ा

अमूल ब्रांड के तहत डेयरी प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग करने वाली संस्था, गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (GCMMF) का कारोबार पिछले फाइनेंशियल ईयर में 17 प्रतिशत बढ़कर 38,550 करोड़ रुपए का हो गया. अमूल फेडरेशन पिछले 10 सालों से कम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) 17 प्रतिशत से ज्यादा हासिल करने में कामयाब रहा है. सबसे ज्यादा इसका दूध बाजार में बेचा जा रहा है.