Paytm-Airtel का मर्जर संभव; पेटीएम में हिस्सा बेच सकते हैं Jack Ma, जानिए कंपनी का बयान
Paytm-Airtel Merger: कंपनी में जैक मा की कंपनी Antfin Group की हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी तक है. लेकिन बायबैक के कारण हिस्सेदारी 25% से अधिक जाने की उम्मीद है. शेयर होल्डिंग की लिमिट के चलते सेकेंडरी सेल के जरिए कंपनी अपना हिस्सा बेच सकती है.
Paytm-Airtel Merger: शेयर बाजार में एक और बड़ा मर्जर जल्द हो सकता है. ऐसी खबरें हैं कि जैक मा (Jack Ma) की कंपनी ANT Group पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी बेच सकते हैं. हालांकि अभी ये डीटेल नहीं है कि जैक मा पेटीएम (Paytm-Jack Ma) में अपनी कितनी हिस्सेदारी बेच सकते हैं. दिसंबर तिमाही तक मिले आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी में जैक मा की कंपनी Antfin Group की हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी तक है. लेकिन बायबैक के कारण हिस्सेदारी 25% से अधिक जाने की उम्मीद है. शेयर होल्डिंग की लिमिट के चलते सेकेंडरी सेल के जरिए कंपनी अपना हिस्सा बेच सकती है. बता दें कि Antfin के पास बायबैक पूरा होने के बाद अपनी हिस्सेदारी घटाने के लिए 90 दिन का समय है.
Airtel खरीद सकती है हिस्सेदारी
ब्लूमबर्ग के हवाले से ये खबर है कि भारती एयरटेल के सुनील मित्तल Paytm में हिस्सा खरीद सकते हैं. PayTM के साथ Airtel पेमेंट बैंक का विलय हो सकता है. बता दें कि एयरटेल का पेमेंट बैंक एक अनलिस्टेड एंटिटी है और इसका मर्जर पेटीएम पेमेंट बैंक में हो सकता है.
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इस खबर पर Paytm का बयान
इस खबर पर ज़ी बिजनेस ने पेटीएम से बात की. पेटीएम से बात करने पर कंपनी ने जवाब में कहा कि बाजार में चल रही अटकलों पर अभी कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. फिलहाल हिस्सा बिक्री को लेकर कोई बातचीत नहीं हो रही है और कंपनी का पूरा फोकस ऑर्गेनिक ग्रोथ पर है.
Paytm पर मैक्वायिरी की रिपोर्ट
मैक्वायिरी का कहना है कि पेटीएम का पेमेंट बैंक नए ग्राहकों को शामिल नहीं कर सकता. ऐसा इसलिए क्योंकि पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर नए ग्राहकों को शामिल करने पर RBI का प्रतिबंध है. ऐसे में जब तक RBI का प्रतिबंध नहीं हटता तब तक डील नहीं हो सकती.
ऐसे में अगर ये मर्जर होता भी है तो इतना पॉजिटिव नहीं होगा. इसके अलावा एयरटेल पेमेंट बैंक और पेटीएम पेमेंट बैंक दोनों ही अनलिस्टेड एंटिटी हैं. ऐसे में दोनों का शेयर स्वैप निकालना मुश्किल होगा. Paytm Payments में अभी विजय शेखर शर्मा के पास 51% हिस्सेदारी है और paytm के पास 49% हिस्सेदारी है.