देर से शुरू गन्ना पेराई का नया सीजन, घट सकता है चीनी का उत्पादन
अब तक 14.50 लाख टन गन्ने (Sugarcane) की पेराई से कुल 1.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है.
चीनी मिलों (Sugar Mill) में गन्ने की पेराई और चीनी (Sugar Production) का उत्पादन नए पेराई सत्र (sugarcane crushing season) 2019-20 में शुरू होने में थोड़ी देरी हुई है, लेकिन देशभर की 28 चीनी मिलें (Sugar Mill) अब चालू हो गई हैं. अब तक 14.50 लाख टन गन्ने (Sugarcane) की पेराई से कुल 1.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है. यसहकारी चीनी मिलों के संगठन नेशनल फेडरेशन ऑफ को-ऑपरेटिवशुगर फैक्टरीज लिमिटेड (NFCSF) ने इस बारे में जानकारी दी है.
एनएफसीएसएफ ने बताया कि देशभर में 28 चीनी मिलों (Sugar Mills) में गन्ने की पेराई शुरू हो चुकी है. अब तक सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 13 चीनी मिलें चालू हो चुकी हैं. इसके बाद 9 मिलें कर्नाटक में काम कर रही हैं. तमिलनाडु में छह मिलों में चीनी का उत्पादन (Sugar Production) आरंभ हो चुका है. एक अक्टूबर से आरंभ होने वाले चीनी उत्पादन एवं विपणन वर्ष में इस साल थोड़ा विलंब से गन्ने की पेराई शुरू हुई है.
एनएफसीएसएफ के प्रेसीडेंट दिलीप वल्से पाटिल ने एक बयान में कहा कि गन्ने का रकबा घटने के साथ-साथ उत्पादकता में कमी के चलते इस चालू सीजन 2019-20 में चीनी के उत्पादन में कमी आ सकती है.
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देश में चीनी का उत्पादन चालू सीजन में 260-265 लाख टन रहने का अनुमान है जबकि पिछले साल भारत में चीनी का उत्पादन 331 लाख टन था. इस प्रकार पिछले साल के मुकाबले इस साल चीनी के उत्पादन में करीब 70 लाख टन की कमी आ सकती है.
ISMA ने भी कम उत्पादन का लगाया अनुमान
उधर, चीनी उद्योग के प्रमुख संगठन इस्मा ने भी चीनी उत्पादन कम होने का अनुमान जारी किया है. महाराष्ट्र और कर्नाटक में गन्ने के रकबे में संभावित गिरावट के अलावा गन्ने का प्रयोग सीधे इथेनॉल बनाने में करने से भी चीनी का उत्पादन कम होने का अनुमान है.
इस्मा के अनुसार, 2018-19 में तीन करोड़ 31.6 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया। जिसमें से 2.55 करोड़ टन चीनी की बिक्री हुई.
इस्मा ने अनुमान जारी करते हुए कहा है, ‘‘तथ्य है कि सामान्य बरसात नहीं हुई है, वर्ष 2019-20 के दौरान चीनी का उत्पादन, चार महीने पहले व्यक्त किये गये अनुमान की तुलना में कम रहने की उम्मीद है. एक बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों का देश के चीनी उत्पादन में लगभग 35-40 प्रतिशत का योगदान होता है लेकिन विभिन्न कारणों से यहां का गन्ना उत्पादन प्रभावित हुआ है. इस वर्ष कुल गन्ने का रकबा 12 प्रतिशत घटकर 48.31 लाख हेक्टेयर रहने का अनुमान है, जो एक साल पहले 55.02 लाख हेक्टेयर था.