Fake Advertisement Alert: क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान आपको कोई सामान कम दाम में दिखा हो लेकिन बाद में वेबसाइट पर जाने के बाद वो दाम अपने आप बढ़ जाता है. अक्सर ऐसा देखा गया है कि इंटरनेट पर शॉपिंग करने जाने पर कई बार एक्सपीरियंस खराब होता है. ऐसा तब होता है जब प्रोडक्ट का दाम विज्ञापन पर तो कम दिखता है लेकिन जब खरीदने जाते हैं तो टैक्स और कई तरह की फ़ीस लगने के बाद दाम 100 गुना हो जाता है.

पकड़ में आया इस तरह का पैटर्न

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इतना ही नहीं, ऑनलाइन शॉपिंग में ऐसा भी कई बार देखा जाता है जब कुछ प्रोडक्ट जबरन हमारे कार्ट में डाल दिए जाते हैं और जल्दबाज़ी में ख़रीदे भी जाते हैं. इसके अलावा वेबसाइट पर तब तक काम नहीं बनता जब तक पर्सनल डीटेल या फिर उस विज्ञापन पर क्लिक ना किया जाए. 

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लोगों को जागरुक करेगी ASCI

इन सभी मामलों के सामने आने के बाद ASCI यानी कि Advertising Standard Council Of India ने इंटरनेट पर कुछ ऐसे ही डार्क पैटर्न की पहचान की और ग्राहकों को जागरुक करने के लिए एक रिपोर्ट जारी की है. 

ASCI ने दिए ये सुझाव

  • ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म या ऐप को कुल कीमत का विज्ञापन करना चाहिए जो ग्राहक की जेब से जायेगा 
  • अभी नहीं खरीदा तो कीमत बढ़ जाएगी जैसे गलत दावे वाले बहकावे में ग्राहक ना आएं और ऐप भी ऐसा ना करें
  • ऐप या वेबसाइट को बताना चाहिए कि ये कंटेंट एड है या सच, इसे एडिटोरियल कंटेंट या असल कंटेंट की तरह ऐड नहीं देने चाहिए
  • जबरदस्ती ग्राहक को ऐड पर क्लिक करवाना गलत है
  • जबरन पर्सनल डीटेल दर्ज करवाना गलत है, इसमें ग्राहक की मर्जी होनी चाहिए
  • एयर टिकट खरीदते वक्त इंश्योरेंस या डोनेशन पर पहले से क्लिक करना गलत है. ऐसे चैटबॉक्स अनचेक होने चाहिए
  • सब्सक्रिप्शन सर्विस या कैंसल करना ग्राहकों के लिए आसान होना चाहिए

ASCI अपनी रिपोर्ट से ग्राहकों को जागरूक करके उनके हक की बात कर रहा है. बता दें कि कई देश के Advertising regulators Internet पर advertising के डार्क पैटर्न के खिलाफ आवाज उठा कर ऐसी प्रैक्टिस को रेगुलेट कर रहा है.