Ambuja Cements and ACC Acquistion: अडानी ग्रुप ने शुक्रवार को कहा कि उसने अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड का अधिग्रहण पूरा कर लिया है. इस अधिग्रहण के पूरा होने के साथ ही अब अडानी अब देश की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी बन गई है. अडानी ग्रुप (Adani Group) ने एक बयान में कहा कि अडानी ने अपने स्पेशल पर्पज व्हीकल एंडेवर ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड (Endeavour Trade and Investment Ltd) के माध्यम से स्विस फर्म होल्सिम (Holcim) के साथ ट्रांजैक्शन पूरा करने और एक ओपेन ऑफर के बाद इस अधिग्रहण को पूरा किया है.

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अडानी ग्रुप के बयान के मुताबिक, "इस सौदे में सेबी (SEBI) के नियमों के अनुसार दोनों संस्थाओं में एक ओपेन ऑफर के साथ अंबुजा और एसीसी (Ambuja & ACC) में होल्सिम की हिस्सेदारी का अधिग्रहण शामिल था."

अडानी की सबसे बड़ी हिस्सेदारी

बता दें कि अंबुजा सीमेंट्स और ACC के लिए होल्सिम स्टेक और ओपेन ऑफर का मूल्य 6.50 बिलियन अमरीकी डॉलर है. यह अडानी ग्रुप द्वारा किया गया अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है और बुनियादी ढांचे और मैटेरियल के क्षेत्र में भारत का अब तक का सबसे बड़ा M&A ट्रांजैक्शन है.

अधिग्रहण के बाद क्या है स्थिति

इस ट्रांजैक्शन के पूरा होने के बाद अडानी की अंबुजा सीमेंट्स में 63.15 फीसदी और ACC में 56.69 फीसदी हिस्सेदारी होगी. इसमें अंबुजा सीमेंट्स के माध्यम से 50.05 फीसदी हिस्सा शामिल है.

गौतम अडानी ने कहा, "सीमेंट को बिजनेस को जो चीज खास बनाती है, वह भारत में विकास के लिए इसका हेडरूम. यह 2050 से हर दूसरे देश से अधिक है."

अडानी ग्रुप को होगा कितना फायदा

इस साल मई में, अडानी ग्रुप ने घोषणा की कि उसने भारत में होल्सिम लिमिटेड के कारोबार में नियंत्रण हासिल करने के लिए एक सौदा किया है. वर्तमान में, अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी की संयुक्त रूप से स्थापित उत्पादन क्षमता 67.5 MTPA है.

सीमेंट के सेक्टर में ये दोनों कंपनियां भारत के सबसे मजबूत ब्रांडों में से एक हैं, जिनमें मैन्यूफैक्चरिंग और सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्क्चर की गहराई है. इसमें इनके 14 इंटीग्रेटेड यूनिट, 16 ग्राइंडिंग यूनिट, 79 रेडी-मिक्स कंक्रीट प्लांट्स और पूरे भारत में 78,000 से अधिक चैनल पार्टनर्स शामिल है.