यस बैंक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राणा कपूर ने शुक्रवार को कहा कि बैंक छोड़ने के बाद भी वह बैंक में अपनी हिस्सेदारी नहीं बेचेंगे. भारतीय रिजर्व बैंक ने 19 सितंबर को राणा के कार्यकाल में कटौती करते हुए उन्हें जनवरी 2019 तक बैंक के शीर्ष पद पर बने रहने की अनुमति दी थी. यस बैंक के शेयर शुक्रवार को 9 प्रतिशत गिर गए. आरबीआई द्वारा राणा कपूर को पद से हटाने का आदेश देने के बाद बैंक के शेयर अब तक 42 प्रतिशत से ज्यादा गिर चुके हैं.

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कपूर ने ट्वीट में कहा, 'बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ के पद से हटने के बावजूद कभी भी मैं अपने शेयर नहीं बेचूंगा.' कपूर ने कहा, 'मैं यस बैंक प्रवर्तक के रूप में मेरे शेयरों को अपनी तीनों बेटियों को दूंगा. मैं अपनी वसीयत में एक भी शेयर नहीं बेचने का आग्रह करूंगा. हीरा हमेशा के लिए होता है.' कपूर ने कहा कि बैंक के शेयर मेरे लिये बहुमूल्य हैं.

इस बीच बैंक के सह-संस्थापक दिवंगत अशोक कपूर की कानूनी उत्तराधिकारी मधु कपूर द्वारा बैंक के सात लाख शेयर यानी 0.04 प्रतिशत हिस्सेदारी खुले बाजार में बेचे जाने की खबरें आई थी. इसके बाद मधु कपूर की हिस्सेदारी घटकर 9.28 प्रतिशत जबकि राणा कपूर की हिस्सेदारी 10.66 प्रतिशत रह गई.

इस सप्ताह की शुरुआत में बैंक के निदेशक मंडल ने कपूर को आठ महीने का विस्तार देने की मांग की थी ताकि बैंक उनका उत्तराधिकारी की तलाश कर सके और अन्य नियामकीय मांगों को पूरा कर सके. यस बैंक के शेयरों में लगातार गिरावट जारी है और शुक्रवार को यह 9.50 प्रतिशत गिरकर 183.90 रुपये पर रहा.