पंजाब नेशनल बैंक में हुए महाघोटाले का मुख्य आरोपी भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के समुद्र तट पर बने बंगले को प्रशासन ने शुक्रवार को नियंत्रित विस्फोट से ढहा दिया. नीरव मोदी का यह बंगला अलीबाग में स्थित था. इस अवैध बंगले को गिराने की प्रक्रिया 25 जनवरी से चल रही थी. 6 मार्च को विस्फोट करने की तैयारी शुरू की गई थी. रायगढ़ जिले के कलेक्टर डॉ. विजय सूर्यवंशी ने इसकी जानकारी दी है. 

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किहिम बीच के नजदीक 33,000 वर्गफीट के बंगले के बाहर व भीतर 100 से ज्यादा डायनामाइट छड़ों को रखा गया और कड़ी सुरक्षा के बीच पहला विस्फोट सुबह 11.15 बजे किया गया.  कुछ दिनों पहले बंगले के विभिन्न बिंदुओं पर नियंत्रित विस्फोट को अंजाम देने के लिए विस्फोटक लगाए गए थे. कलेक्ट्रेट ने 25 जनवरी को पारंपरिक तरीके बुलडोजर व दूसरे हाथ के उपकरणों से बंगले को गिराने की प्रक्रिया की शुरुआत की थी, लेकिन यह एक धीमी प्रक्रिया साबित हुई.

बंगले का कीमती सामान होगा नीलाम

सूत्रों ने बताया था कि बंगले की मजबूती पर जेसीबी और पोकलेन मशीन कारगर साबित नहीं हुई. दूसरी तरफ बंगले को तोड़ने पहुंची टीम को यहां पर कीमती सामान भी मिला था. इस कीमती सामान को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. अब इस सामान की नीलामी की जाएगी. कीमती सामान में झूमर और बाथरूम में लगे शावर आदि भी शामिल हैं. बंगले को गिराने के लिए स्पेशल टेक्निकल टीम को बुलाया गया था.

ईडी ने जब्त किया था बंगला

अवैध इमारतों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने में नाकामी पर बंबई हाईकोर्ट की फटकार के बाद इन बिल्डिंग को गिराने का आदेश जारी किया गया था. अन्य एजेंसियों के साथ पीएनबी मामले की जांच कर रही ईडी ने इस संपत्ति को जब्त किया था.