UPI Transaction in September: यूपीआई ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का सबसे पॉप्युलर माध्यम बन गया है. सितंबर में यूपीआई ट्रांजैक्शन में तीन फीसदी का उछाल दर्ज किया.  बीते महीने कुल 678 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शन किए गए और इसकी कुल वैल्यु पहली बार 11.16 लाख करोड़ रुपए रही. पहली बार यह आंकड़ा 11 लाख करोड़ के पार पहुंचा है. यह जानकारी NPCI यानी नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से शेयर की गई है. अगस्त के महीने में 10.73 लाख करोड़ का ट्रांजैक्शन किया गया था. जुलाई में यूपीआई आधारित डिजिटल लेनदेन का मूल्य 10.62 लाख करोड़ रुपए रहा था.

सितंबर में कितने  IMPS ट्रांजैक्शन हुए?

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NPCI के अंतर्गत IMPS ट्रांजैक्शन भी आता है. सितंबर में कुल 46.27 करोड़ आईएमपीएस ट्रांजैक्शन किए गए. अगस्त में यह 46.69 करोड़ था. जुलाई में कुल 46.03 करोड़ आईएमपीएस ट्रांजैक्शन किए गए थे. आधारित आधारित AePS ट्रांजैक्शन सितंबर में 10.26 करोड़ रहा. अगस्त के महीने में यह 10.56 करोड़ रहा था, जबकि जुलाई में 11 करोड़ रहा था.

UPI ट्रांजैक्शन का इतिहास

NPCI की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, मई के महीने में पहली बार यूपीआई ट्रांजैक्शन की वैल्यु 10 लाख करोड़ के पार पहुंचा था. चार महीने बाद यह आंकड़ा 11 लाख करोड़ के पार पहुंच गया. मार्च में पहली बार यूपीआई ट्रांजैक्शन 9 लाख करोड़ के पार पहुंचा था. दिसंबर 2021 में आठ लाख करोड़ का आंकड़ा, अक्टूबर 2021 में सात लाख करोड़, जुलाई 2021 में छह लाख करोड़, जून 2021 में पांच लाख करोड़,  दिसंबर 2020 में चार लाख करोड़, सितंबर 2020 में तीन लाख करोड़, दिसंबर 2019 में दो लाख करोड़ और दिसंबर 2018 में पहली बार इसने एक लाख करोड़ का आंकड़ा पार किया.

हाल ही में लॉन्च किया गया UPI Lite

हाल ही में रिजर्व बैंक ने UPI Lite को लॉन्च किया है. इसकी मदद से बिना इंटरनेट के भी यूपीआई से पेमेंट कर सकते हैं. यह कम वैल्यु के ट्रांजैक्शन को सपोर्ट करता है. इसकी मदद से एकबार में अधिकतम 200 रुपए का ट्रांजैक्शन किया जा सकता है. इसमें वॉलेट की मदद से ट्रांजैक्शन किया जाता है. वॉलेट में अधिकतम 2000 रुपए ही ऐड किए जा सकते हैं. फिलहाल रोजाना लिमिट तय नहीं है. अभी आठ बैंक यूपीआई लाइट फीचर को सपोर्ट कर रहे हैं.