Cyber Awareness Month: हर साल अक्टूबर महीने के पहले बुधवार को ‘साइबर सुरक्षा जागरूकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर  स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को भी ट्वीट कर अलर्ट रहने के टिप्स बताएं हैं. डिजिटल पेमेंट से फ्रॉड की घटनाएं काफी हद तक बढ़ गई हैं. 2016 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के आने के बाद जहां कैशलेस लेनदेन का फायदा मिल रहा है.  वहीं इसकी वजह से स्कैमर्स नए-नए तरीके खोज कर फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं. अपनी पर्सनल जानकारी कभी शेयर न करें एसबीआई ने अपने खाताधारकों को अलर्ट करते हुए बताया कि किसी भी अनजान नंबर से आने वाली कॉल पर कभी भी बैंक से जुड़ी जानकारी किसी के साथ शेयर न करें. ऐसा करने से आप फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं. इसके साथ ही किसी भी ईमेल या SMS लिंक पर क्लिक न करें. न ही अपनी जरूरी जानकारी जैसे DOB, डेबिट कार्ड नंबर, इंटरनेट बैंकिंग से जुड़ी डिटेल्स, डेबिट कार्ड का पिन और ओटीपी दूसरे व्यक्ति को शेयर करें. SBI ने शेयर किए टिप्स नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPI) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक यूपीआई लेनदेन अगस्त में बढ़कर ₹10.7 ट्रिलियन हो गया है. लेकिन यूपी पेमेंट में बढ़ोतरी के साथ ही इससे जुड़े मामलों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. इसी को देखते हुए देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने ग्राहकों को यूपीआई फ्रॉड से सावधान रहने की सलाह दी है. साथ ही इससे बचाव के लिए टिप्स भी शेयर किए हैं. जिनके जरिए फ्रॉड से बचने में मदद मिल सकती है. आइए जानते हैं उनके बारे में... 2016 में भारत में UPI की हुयी शुरुआत भारत में यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस साल 2016 में लॉन्च हुआ था.  इस ऑनलाइन पेमेंट को काफी लोगों ने पसंद किया था. कोविड महामारी के दौरान काफी ज्यादा लोगों ने इसे अपनाया. पहली बार अक्टूबर 2019 में UPI Payment ने एक अरब लेनदेन की सीमा को पार किया था. इसके बाद यह आंकड़ा और तेजी से बढ़ा. UPI ट्रांजैक्शन में 103% की हुई बढ़ोतरी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 में UPI ट्रांजैक्शन में 103 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. साल 2019 में भारत में कुल UPI ट्रांजेक्शन 2 लाख 2 हजार करोड़ के पास था. वहीं साल 2020 में बढ़कर 4 लाख 16 हजार करोड़ रुपये के पार चला गया. 2020 में जहां ऑनलाइन पेमेंट के जरिए कोरोना से बचाव हुआ, वहीं हर अधिकतर पेमेंट पर मिलने वाले कैशबैक ऑफर से लोगों की बचत भी हो सकी. UPI ट्रांजेक्शन को लेकर SBI ने शेयर किए टिप्स 1) किसी से पैसे लेते वक्त अपना UPI पिन न डाले. 2) किसी को पैसे भेजने से पहले पहचान वेरीफाई करें. 3) किसी अनजान व्यक्ति के भेजे पेमेंट ऑप्शन पर क्लिक न करें. 4) अपना यूपीआई पिन या कोई भी बैंक से जुड़ी जानकारी किसी के साथ शेयर न करें. 5) क्यूआर कोड के माध्यम से पेमेंट करते वक्त डिटेल्स वेरीफाई कर लें. 6) अपना यूपीआई पिन समय-समय पर चेंज करते रहें. रूप से बदलें.

7) हमेशा फोन लॉक लगा कर रखें. इसके साथ ही एक से ज्यादा UPI उपयोग करने से बचें ध्यान रखने वाली बातें फ्रॉड होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें. टोल फ्री कंप्लेंट नंबर पर भी कर सकते हैं शिकायत. स्थानीय पुलिस और केंद्र सरकार के ऑनलाइन पोर्टल पर करें शिकायत. सही समय पर शिकायत करने पर ज्यादा पैसे वापस होने के चांसेस.