पिछले कुछ समय में कई बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में बड़े बदलाव किए हैं. अगर आप यूनियन बैंक ऑफ इंडिया या फिर बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक हैं या इन बैंकों से लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो एक जून से बैंक की ओर से ब्याज दरों में किए गए बदलाव के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए. आइये जानते हैं इन नई दरों के बारे में.  

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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने की कटौती

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने शनिवार को एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (ईबीएलआर) में 40 आधार अंकों की कटौती की घोषणा की. इसके बाद ईबीएलआर 6.80 प्रतिशत हो गया. बैंक ने यह कटौती आरबीआई द्वारा हाल ही में रेपो रेट में किए गए बदलाव के मद्देनजर की है. नई दरें एक जून, 2020 से लागू होंगी. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ओर से घटाई गई ब्याज दरें स्कीमों के लिए प्रभावी दरें उत्पाद के लिए ईबीएलआर प्लस प्रीमियम/डिस्काउंट पर होंगी. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार, खुदरा और सूक्ष्म एवं लघु उद्यम सेगमेंट को नई दर के सभी ऋणा के लिए ईबीएलआर आधारित ब्याज दरें पेश की थीं.  

Bank of India की ब्याज दरों में होगा बदलाव

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) ने अपने MCLR को 1 जून से 0.25 प्रतिशत घटाने का ऐलान किया है. इससे Home और Car loan ग्राहकों को कम ब्‍याज पर लोन मिलेगा. साथ ही पुराने ग्राहकों की loan की emi कम हो जाएगी. बैंक के मुताबिक इस कटौती से एक साल के कर्ज पर सालाना ब्याज दर घटकर 7.70 प्रतिशत रह जाएगी. अभी यह 7.95 प्रतिशत है. इसी तरह छह महीने के कर्ज की ब्याज दर 7.60 प्रतिशत और मंथली लोन की ब्याज दर 7.50 प्रतिशत होगी.

 

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रेपो रेट से जुड़ी कर्ज की ब्याज दरें भी कम हुईं

बैंक ने कहा कि उसने रिजर्व बैंक के रेपो दर (repo rate) से जुड़े कर्ज की ब्याज दर भी 0.40 प्रतिशत घटाकर 6.85 प्रतिशत कर दी है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले हफ्ते अपनी मौद्रिक नीति पेश करते हुए रेपो दर को 0.40 प्रतिशत घटाकर 4.40 प्रतिशत से 4 प्रतिशत कर दिया था.