वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज देश के प्राइवेट सेक्टरों के बैंकों ((Private Bank) के साथ बैठक की. इस बैठक में बैंकिंग सेक्टर को बूस्ट करने के लिए कई अहम विषयों पर चर्चा की गई. बैठक के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि देश में लिक्विडिटी (liquidity) की कहीं भी कोई कमी नहीं है. बैंकों के पास पर्याप्त मात्रा में पैसा है.

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वित्त मंत्री (Finance Minister) ने कहा कि लोन देने के मामलों में प्राइवेट सेक्टर के बैंकों (Private Sector Banks) को आगे आना चाहिए. क्योंकि ग्रामीण इलाकों में लोन की काफी मांग है. उन्होंने कहा कि लोन मेले ((loan mela)) में प्राइवेट बैंकों को बढ़चढ़ कर शिरकत करनी चाहिए.

वित्त सचिव राजीव कुमार ने कहा कि त्योहारों का मौसम आ रहा है, इसलिए हम सभी ने लोन मेला कार्यक्रम में शामिल होने और विभिन्न जिलों में अपने प्रयासों को बढ़ाने का फैसला किया है.

वित्त सचिव ने कहा कि 400 जिलों में लोन मेले आयोजित किए जाएंगे. इस कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से जिलों में जाना है और यह बताना है कि बैंकों के पास पर्याप्त लिक्विडिटी है.

बता दें कि केंद्र सरकार त्योहारी सीजन में लोगों को आसानी से कर्ज मुहैया कराने के लिए देशभर के 400 जिलों में 3 अक्तूबर से ‘लोन मेले’ का आयोजन करने जा रही है. 19 सिंतबर को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक के बाद लोन मेला लगाने की घोषण की थी. उन्होंने कहा था कि इसके पीछे का मकसद यह है कि त्योहारों के दौरान ज्यादा से ज्यादा कर्ज देना सुनिश्चित किया जा सके. लोन मेले में खुदरा, कृषि और MSME (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों) और आवास एवं अन्य क्षेत्रों के लिए जरूरमंदों को आसानी से कर्ज उपलब्ध कराए जाएंगे.