रेपो रेट बढ़ने के बाद SBI, HDFC समेत इन बैंकों ने लोन पर इंट्रेस्ट रेट बढ़ाया, बढ़ जाएगी आपकी EMI
रिजर्व बैंक की तरफ से रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद स्टेट बैंक, HDFC, ICICI बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने लोन इंट्रेस्ट रेट बढ़ाया है. ऐसे में होम लोन, कार लोन की ईएमआई बढ़ गई है. अन्य बैंक भी जल्द इंट्रेस्ट रेट बढ़ाएंगे.
शुक्रवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की जिसके बाद कई बैंकों ने लेंडिंग रेट बढ़ा दिया है. लेंडिंग रेट बढ़ाने वाले बैंकों की लिस्ट में स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और HDFC जैसे बैंक शामिल हैं. इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट बढ़कर 5.90 फीसदी हो गया है जो तीन सालों का उच्चतम स्तर है. सबसे पहले होम लोन कंपनी HDFC लिमिटेड ने लोन इंट्रेस्ट रेट 50 बेसिस प्वाइंट्स से बढ़ाया. एचडीएफसी ने एक बयान में कहा, ‘‘एचडीएफसी ने होम लोन पर ब्याज दर 0.50 फीसदी तक बढ़ा दी है और यह एक अक्टूबर 2022 से प्रभावी होगी.’’ इस वित्तीय संस्थान ने बीते पांच महीने में ब्याज दरों में सातवीं बार वृद्धि की है.
SBI ने ईबीएलआर और आरएलएलआर में बढ़ोतरी की
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक उसने बाहरी बेंचमार्क आधारित उधारी दर (External Benchmark based Lending Rate) और रेपो आधारित उधार दर (Repo Linked Lending Rates) में 0.50-0.50 फीसदी की वृद्धि की है जो अब 8.55 फीसदी और 8.15 फीसदी हो गई है. यह वृद्धि शनिवार से प्रभावी है.
बैंक ऑफ इंडिया और ICICI बैंक ने इंट्रेस्ट रेट बढ़ाया
बैंक ऑफ इंडिया ने भी आरबीएलआर बढ़ाकर 8.75 फीसदी कर दिया है. आईसीआईसीआई बैंक की ईबीएलआर बढ़कर 9.60 फीसदी हो गई है. माना जा रहा है कि रेपो रेट बढ़ने के बाद कई बैंक लोन रेट महंगा करेंगे. धीरे-धीरे इसकी घोषणा की जाएगी. लेंडिंग रेट बढ़ने से होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी.
LIC हाउसिंग फाइनेंस ने भी इंट्रेस्ट रेट बढ़ाया
LIC हाउसिंग फाइनेंस ने भी इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी की है. इसने हाउसिंग प्राइम लेंडिंग रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है. बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ वाई विश्वनाथ गौड ने कहा कि रिजर्व बैंक के एक्शन के अनुरूप इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी की गई है.
अब तक रेपो रेट में 1.90 फीसदी का उछाल
रिजर्व बैंक ने सबसे पहले मई में रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की. उसके बाद जून, अगस्त और सितंबर में लगातार तीन बार रेपो रेट में 50-50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की गई. इस तरह कुल बढ़ोतरी 1.90 फीसदी की हो गई है. माना जा रहा है कि दिसंबर में भी 35-50 बेसिस प्वाइंट्स तक की बढ़ोतरी की जाएगी.