SBI स्कॉलरशिप में मिलेगा 5.75 लाख रुपए का इनाम, जानिए कौन से छात्र होंगे शामिल
एसबीआई (SBI) छात्रों के लिए स्कॉलरशिप योजना लेकर आया है. इसका नाम Nuemro YONO है. देश के इस सबसे बड़े क्विज कम्पीटिशन का आयोजन YONO SBI कर रहा है. अगर आप स्कॉलरशिप चाहते हैं तो इसके लिए इस क्विज में भाग लेना होगा.
एसबीआई (SBI) छात्रों के लिए स्कॉलरशिप योजना लेकर आया है. इसका नाम Nuemro YONO है. देश के इस सबसे बड़े क्विज कम्पीटिशन का आयोजन YONO SBI कर रहा है. अगर आप स्कॉलरशिप चाहते हैं तो इसके लिए इस क्विज में भाग लेना होगा. इसका आयोजन देश के 17 शहरों में होगा. क्विज जीतने वाले 3 कैंडिडेट को 5.75 लाख रुपए की सालाना स्कॉलरशिप मिलेगी.
कौन ले सकता है भाग
इसमें अंडर ग्रेजुएट (UG) और पोस्ट ग्रेजुएट (PG) कोर्स वाले छात्र ही भाग ले सकते हैं. क्विज में उनसे करंट अफेयर्स, जनरल नॉलेज आदि से संबंधित सवाल पूछे जाएंगे. क्विज में जीतने वाले लोगों को इनाम की रकम स्कॉलरशिप के रूप में दी जाएगी. इसके साथ में कैश प्राइस भी मिलेगा.
ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन
एसबीआई YONO की वेबसाइट https://www.sbinumeroyono.com/quiz/login/signup.php पर रजिस्ट्रेशन करें.
हर शहर के लिए रजिस्ट्रेशन की तारीख अलग-अलग है.
क्विज तीन चरणों में होगा,
- पहला राउंड रिजनल
- दूसरा सेमीफाइनल
- तीसरा फाइनल राउंड
यहां होगा क्विज
Numero Yono 17 शहरों-अहमदाबाद, अमरावती, बेंग्लुरु, भुवनेश्वर, भोपाल, चंढ़ीगढ़ चेन्नै, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, पटना, पुणे और तिरुअनंतपुरम में होगा यह क्विज 5 मार्च तक चलेगा.
इधर SBI ने माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और SBI के साथ मिलकर दिव्यांगों को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है. इससे ये दिव्यांग बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस और बीमा क्षेत्र में रोजगार पा सकेंगे. SBI के चेयरमैन रजनीश कुमार ने बताया कि इस समझौते के तहत पहले साल में 500 से अधिक दिव्यांगों को प्रशिक्षित किया जाएगा.
माइक्रोसॉफ्ट के वैश्विक बिक्री, विपणन और परिचालन अध्यक्ष जीन फिलिप कॉरटोइस ने कहा कि देश में 2.6 करोड़ से अधिक दिव्यांग लोग हैं.
21वीं सदी की अर्थव्यवस्था में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हमें प्रौद्योगिकी उपयोग के नए तरीके अपनाने होंगे.
कंपनी के मुताबिक SBI फाउंडेशन और माइक्रोसॉफ्ट एक कृत्रिम मेधा (Artificail Intelligence, AI) आधारित ई-मार्केट प्लेस स्थापित करेंगे, जहां बैंकिंग, वित्त और बीमा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां आसानी से दिव्यांगों के साथ जुड़ पाएंगी और उन्हें रोजगार के अवसर भी प्रदान करेंगी.