देश के प्रमुख सरकारी बैंक State Bank of India ने अपने लाखों ग्राहकों को झटका दे दिया है. बैंक ने MCLR दरों में बढ़ोतरी कर दी है. शुक्रवार को बैंक की ओर से MCLR (Marginal Cost Of Funds Based Lending Rate) की दरों में 0.05% की बढ़ोतरी की है, इससे लोन पर ब्याज दरें महंगी हो जाएंगी. ये नई दरें 15 जुलाई, 2023 से लागू हो रही हैं.

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ओवरनाइट MCLR पर 8 फीसदी रेट है, एक महीने में 8.15, तीन महीने में भी 8.15 फीसदी, छह महीने में 8.45, एक साल में 8.55, दो साल में 8.65 और तीन साल में 8.75 फीसदी एमसीएलआर है.

SBI MCLR Rates 2023:

 

MCLR क्या होता है और इसके बढ़ने से क्या होता है?

MCLR (Marginal Cost of Funds Based Lending Rate) दसअअसल वह न्यूनतम ब्याज दर से होती है, जिसके नीचे कोई भी बैंक ग्राहकों को लोन नहीं दे सकता है. बैंकों के लिए हर महीने अपना ओवरनाइट, एक महीने, तीन महीने, छह महीने, एक साल और दो साल का एमसीएलआर घोषित करना अनिवार्य होता है. MCLR बढ़ने का मतलब है कि मार्जिनल कॉस्ट से जुड़े लोन जैसे- होम लोन, व्हीकल लोन पर ब्याज दरें बढ़ जाएंगी. SBI के रेट हाइक से नए और पुराने ग्राहकों के लिए ईएमआई पर ब्याज दरें और महंगी हो जाएंगी. यह बढ़ोतरी फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर लागू होती है, फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर नहीं. साथ ही एमएसीएलआर बढ़ने के बाद ईएमआई रीसेट डेट पर ही बढ़ेगी.

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