देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है. बैंक आने वाले समय में लोन संबंधी और भी दूसरी घोषणाएं कर सकता है. ब्याज दरों को लेकर एसबीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) पी. के. गुप्ता से पूछे गए एक सवाल जिसमें उनसे पूछा गया कि जिस तरह बैंक ने टर्म डिपॉजिट पर ब्याज घटाया है, इसकी क्या वजह है और क्या आने वाले समय में लोन पर ब्याज दरों में भी कोई असर दिखेगा? इस पर उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में आरबीआई ने अपनी पॉलिसी रेट में 0.75 प्रतिशत कम किए हैं. शुरू में मार्केट में लिक्विडिटी थोड़ी कम थी. अभी लिक्विडिटी में सुधार आया है. 

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उन्होंने कहा कि डेली बेसिस पर मार्केट में लगभग 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपये की एक्सेस लिक्विडिटी है. इसलिए बैंक को लगा कि यह अच्छा वक्त है जब हम अपने डिपॉजिट रेट कम कर सकें. उनका कहना है कि अगर डिपॉजिट रेट कम होंगे तो जो बैंक की एमसीएलआर कैलकुलेशन होती है वह डिपॉजिट रेट के ऊपर निर्भर करती है. इस वजह से लोन की दरों को हम कम कर पाएंगे.

सस्ते लोन की घोषणा की समयसीमा से जुड़े एक सवाल पर गुप्ता ने कहा कि अगस्त के पहले सप्ताह में हमारी एल्को की मीटिंग है. इस मीटिंग के बाद ही हम इस बारे में यह बता पाएंगे कि हमारा एमसीएलआर कितना कम होगा.

गुप्ता से पूछा गया कि आगे चलकर ब्याज दर के ट्रेंड को लेकर आपका क्या मानना है और क्या अगली मौद्रिक पॉलिसी में ब्याज में कटौती देखने को मिलेगी? इस पर उन्होंने कहा कि अभी महंगाई और आर्थिक डेटा को देखते हुए जो ब्याज दर का ट्रेंड है, उससे यही लगता है कि ब्याज दर में आगे और कटौती हो सकती है.