SBI hikes rates: सरकारी क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. एसबीआई ने बेस रेट और प्राइम लेंडिंग रेट में 10-10 बेसिस प्‍वाइंट (0.10 फीसदी) का इजाफा किया है. इस बढ़ोतरी के बाद बेस रेट 7.45 फीसदी से बढ़कर 7.55 फीसदी और प्राइम लेंडिंग रेट 12.20 फीसदी से बढ़कर 12.30 फीसदी हो गया है. नई ब्‍याज दरें 15 दिसंबर 2021 से लागू हो गईं. 

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बेस रेट वह मिनिमम ब्‍याज दर होती है, जिसके नीचे बैंक कर्ज नहीं दे सकता है. इसका मतलब कि कॉमर्शियल लोन की यह मिनिमम ब्‍याज दर होती है. जिन कस्‍टमर्स ने बेस रेट के आधार पर लोन लिया होगा, उनकी होम लोन, ऑटो लोन या पर्सनल लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी. बता दें कि जून 2010 के बाद से लिए गए सभी लोन बेस रेट से लिंक्ड हैं. हालांकि इस मामले में बैंक के पास ये अधिकार है कि वे कॉस्ट ऑफ फंड्स की कैलकुलेशन औसत फंड कॉस्ट के हिसाब से करें या MCLR की गणना के हिसाब से करें.

सितंबर में बेस रेट में की थी कटौती 

एसबीआई (SBI) ने इससे पहले इस साल 15 सितंबर को आधार दरों (Base Rates) में 5 बेसिस प्वाइंट यानी 0.05 फीसदी की कटौती की थी. इसके बाद ब्‍याज दरें 7.45 फीसदी हो गई हैं. इसके अलावा, बैंक ने लेंडिंग रेट (PLR) में भी 5 आधार बेसिस प्वाइंट घटाकर12.20 फीसदी हो किया था. 

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जून में एसबीआई ने MCLR में की थी कटौती

एसबीआई ने जून 2021 में MCLR में 0.25 फीसदी की कटौती की थी. फिलहाल, एसबीआई की MCLR एक साल के लिए 7 फीसदी है. इसके अलावा बैंक ने रेपो रेट में की 0.40 फीसदी कटौती का फायदा कर्ज लेने वालों को दिया. ये बेनेफिट उन ग्राहकों को मिला, जिन्होंने एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड लेंडिंग रेट के आधार पर लोन लिया है. आरबीआई (RBI) ने एमसीएलआर सिस्‍टम 1 अप्रैल 2016 से लागू किया था.