देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में अगर आपका खाता है तो आपके लिए यह खबर बेहद काम की है. SBI ने अपने ग्राहकों को एक बार फिर से अलर्ट किया है. यह ग्राहकों के ATM कार्ड के बंद किए जाने संबंधी जानकारी है. बैंक अपने ग्राहकों के पुराने डेबिट कार्ड को बंद कर रहा है. SBI अपने ग्राहकों को बेहतर सर्विस देने के लिए यह कदम उठा रहा है. बैंक ने अपना पुराना एटीएम कार्ड (डेबिट कार्ड) बंद करने का ऐलान किया है. ये मैजिस्ट्रिप (मैग्नेटिक) डेबिट कार्ड है. इनके बदले में बैंक नए जमाने के चिप वाले ईएमवी कार्ड दे रहे है. बैंक ने अपने सभी ग्राहकों को 31 दिसंबर तक कार्ड बदलने की डेडलाइन दी है.

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नहीं निकाल सकेंगे पैसे

अगर आपके पास भी अपने पुराने मैजिस्ट्रिप (मैग्नेटिक) डेबिट कार्ड है तो इसे तुरंत बदल लीजिए. क्योंकि, पुराने कार्ड को बंद किया जा रहा है. इसके बदले ग्राहकों को ईएमवी चिप वाला डेबिट कार्ड लेना होगा. आपको बता दें कि अगर 31 दिसंबर के बाद आपका पुराना एटीएम काम नहीं करेगा, एटीएम मशीनें भी कार्ड को स्वीकार नहीं करेंगी.

क्या करना होगा

बैंक की ओर से ट्वीट कर दी गई जानकारी के मुताबिक, पुराने ATM कार्ड बदलकर उनकी जगह EVM चिप वाला डेबिट कार्ड जारी किया जा रहा है. नए कार्ड के लिए आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. इसके अलावा बैंक की ब्रांच में जाकर अप्लाई करने का भी विकल्प है. आपको बता दें कि बैंक ने फरवरी 2017 से पुराने कार्ड बंद कर दिए हैं. 31 दिसंबर 2018 से इन्हें पूरी तरह बंद किया जा रहा है.

इसलिए बंद किए गए पुराने कार्ड

पुराने ATM और डेबिट कार्ड के पीछे की तरफ एक काली पट्टी नजर आती है. यही काली पट्टी मैग्नेटिक स्ट्रिप है, जिसमें आपके खाते की पूरी जानकारी दर्ज होती है. ATM में इसे डालने के बाद पिन नंबर डालते ही आप अपने खाते से पैसे निकल पाते हैं. खरीदारी के समय ऐसे कार्ड्स को स्‍वाइप किया जाता है.

बैंक ने अपनी वेबसाइट पर दी हैं इसकी जानकारी- https://bank.sbi/portal/web/personal-banking/magstripe-debit-cardholders

पुरानी टेक्नोलॉजी है मैग्नेटिक स्ट्राइप

आरबीआई के मुताबिक, मैग्‍नेटिक स्‍ट्राइप कार्ड अब पुरानी टेक्‍नोलॉजी पर आधारित हैं. ये कार्ड्स पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं, इसलिए इन्‍हें बंद किया जा रहा है. इनकी जगह EMV चिप कार्ड को तैयार किया गया है. यह नई टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं और ज्यादा सुरक्षित हैं.

क्या है दोनों कार्ड्स में अंतर

मैग्‍नेटिक स्‍ट्राइप कार्ड से ट्रांजैक्‍शन के लिए कार्डहोल्‍डर के सिग्‍नेचर या पिन की जरूरत होती है. इस पर आपके अकांउट की डिटेल्‍स मौजूद होती है. इसी स्‍ट्राइप की मदद से कार्ड स्‍वाइप के वक्‍त मशीन आपके बैंक इंटरफेस से जुड़ती है और प्रोसेस आगे बढ़ता है. वहीं, चिप वाले कार्ड में सारी इन्‍फॉरमेशन चिप में मौजूद होती है. इनमें भी ट्रांजैक्‍शन के लिए पिन और सिग्‍नेचर जरूरी होते हैं. लेकिन, ईएमवी चिप कार्ड में ट्रांजैक्‍शन के वक्‍त यूजर को ऑथेंटिकेट करने के लिए एक यूनीक ट्रांजैक्‍शन कोड जनरेट होता है, जो वेरिफिकेशन को सपोर्ट करता है. ऐसा मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड में नहीं होता.

चिप वाले कार्ड हैं ज्यादा सिक्योर

चिप वाले कार्ड ज्यादा सिक्योर हैं. इसमें डाटा चोरी होने की आशंका नहीं है. क्योंकि, उपभोक्ता की डिटेल चिप में होती है. इसे कॉपी नहीं किया जा सकता. चिप वाले कार्ड में हर ट्रांजैक्‍शन के लिए एक इनक्रिप्‍टेड कोड जारी होता है. इस कोड में सेंध लगाना बहुत ही मुश्किल है. इसलिए ये कार्ड ज्‍यादा सेफ हैं. मैग्‍नेटिक स्‍ट्राइप वाले कार्ड से डाटा कॉपी करना आसान है. स्‍ट्राइप पर दिए गए डाटा को कॉपी करके नकली कार्ड बनाना काफी आसान है. यही वजह है कि इस तरह के एटीएम बंद करके आरबीआई लोगों की डिटेल्स और पैसे को सुरक्षित बना रहा है.

2016 में RBI ने दिया था आदेश

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2016 में सभी बैंकों को आदेश दे दिया था कि ग्राहकों के साधारण मैग्‍नेटिक स्‍ट्राइप कार्ड्स को चिप वाले कार्ड से रिप्‍लेस किया जाए. इसकी डेडलाइन 31 दिसंबर 2018 तय की गई है. यही वजह है कि बैंक अब सिर्फ चिप वाले एटीएम कार्ड और डेबिट कार्ड जारी कर रहे हैं. ग्राहकों को इस बाबत सूचना दी गई है कि पुराने कार्ड को रिप्लेस कर लें.

नहीं लगेगी कोई फीस

अगर आप SBI के ग्राहक हैं तो आपके लिए जरूरी है कि जल्द ही अपना कार्ड बदल लें, क्योंकि, SBI मैग्‍नेटिक स्‍ट्राइप एटीएम को ब्लॉक कर रहा है. बैंक अपने ग्राहकों के लिए पुराने मैग्‍नेटिक स्‍ट्राइप कार्ड को चिप वाले कार्ड से रिप्‍लेस करने का नोटिफिकेशन भी जारी कर चुका है. बैंक चिप वाले कार्ड्स के लिए कोई अलग से चार्ज नहीं ले रहे हैं. इसे बिल्कुल फ्री ऑफ कॉस्ट रखा गया है. हालांकि, कार्ड को तभी ब्लॉक किया जाएगा, जब उसकी एक्सपायरी डेट आने वाली हो.