भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने मंगलवार को कहा कि उसने 423.67 करोड़ रुपये की गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए या फंसे कर्ज) की बकाया वसूली के लिए उसे नीलाम करेगा. बैंक ने कहा कि कामची इंडस्ट्रीज पर 364.80 करोड़ रुपये और एसएनएस स्टार्च का 58.87 करोड़ रुपये-एसबीआई का बकाया है. इन संपत्तियों के लिए बोली 25 अप्रैल से शुरू होगी.

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NPA वसूली के लिए प्रयास शुरू

देश का सबसे बड़ा ऋणदाता एसबीआई एनपीए वसूली को लेकर सक्रिय है. बैंक इन सभी गैर निष्पादित अस्तियों को 100 फीसदी नकदी आधार पर बेचना चाहता है, लेकिन वास्तविक वसूली खरीददारों से प्राप्त बोली व इसके आरक्षित मूल्य पर निर्भर है.

एसबीआई ने घटाईं कर्ज की दरें

SBI ने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है. RBI के रेपो रेट में कटौती के बाद SBI ने अपनी कर्ज की दरों में भी कटौती की घोषणा की है. बैंक ने MCLR ( Marginal Cost of Funds based Lending Rate ) और होम लोन की दरें भी घटाई हैं. बैंक ने सभी अवधि के लिए MCLR की दर में 0.5 फीसदी की कटौती की है. वहीं, 30 लाख रुपए तक के होम लोन पर ब्याज की दर 0.10 फीसदी घटा दी है. 30 लाख तक होम लोन पर नई ब्याज दर की रेंज 8.60 फीसदी से लेकर 8.90 फीसदी तक होगी. पहले ये रेंज 8.70 फीसदी से 9.00 फीसदी तक थी. ब्याज दरों में यह कटौती 10 अप्रैल से लागू होगी. दूसरी तरफ बैंक की ओर से बचत खातों की ब्याज दर में भी बदलाव किया है.

बैंक की जमा दरों में भी हुए बदलाव

SBI ने कर्ज को रेपो रेट से लिंक किया है. इसके चलते एसबीआई की बचत दरों में भी बदलाव किया गया है. अब बैंक में पैसा जमा कराने पर 1 लाख रुपये तक के बैलेंस पर 3.50 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. 1 लाख से ऊपर के की बचत पर ब्याज की दर 3.25 फीसदी होगी. ये नई दर 1 मई 2019 से लागू होंगी.

HDFC बैंक ने भी ब्याज दरों में कमी की थी

निजी क्षेत्र के बड़े बैंक HDFC ने भी सोमवार को MCLR में 5-10 बेसिस प्वॉइंट की कटौती की घोषणा की थी. कटौती के बाद तय की गई नई दरें 8 अप्रैल से लागू हो चुकी हैं. एचडीएफसी बैंक के इस फैसले के बाद होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन लेना सस्ता हो जाएगा.