डिजिटल पेमेंट करने के लिए अब PIN के बजाय OTP भरना होगा. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने Razorpay, CC Avenue जैसे डिजिटल पेमेंट एग्रीगेटर या पेमेंट गेटवे के लिए पेमेंट का सिस्‍टम बदल दिया है. यह बदलाव 17 मार्च 2020 को जारी हुआ है और 1 अप्रैल 2020 से लागू होगा. इससे डिजिटल पेमेंट फ्रॉड में कमी आने की संभावना है.

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RBI के दिशा-निर्देश के मुताबिक 2000 रुपए से ऊपर के ट्रांजैक्‍शन के लिए यूजर को OTP का इस्‍तेमाल करना होगा. इससे एग्रीगेटर को यूजर के ATM PIN की जानकारी नहीं हो पाएगी क्‍योंकि OTP 15 मिनट में इनवैलिड हो जाएगा. इससे डिजिटल ट्रांजैक्‍शन सेफ हो जाएगा.

RBI ने यह भी कहा है कि अगर किसी केस में रिफंड की बात आती है तो वह रकम उसी जगह क्रेडिट होनी चाहिए जहां से कटी हो. दरअसल, कुछ ईकॉमर्स कंपनियां रिफंड होने पर रकम को यूजर के वॉलेट में लौटाती थीं, जो गलत है.

बता दें कि एटीएम (ATM) धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बीच देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) ने पहले ही अपने ग्राहकों का पैसा सुरक्षित रखने के लिये नया इंतजाम किया है. इसके तहत SBI ने अपने एटीएम से रात आठ बजे के बाद 10,000 रुपये से अधिक की रकम निकालने पर OTP (वन टाइम पासवार्ड) बेस्‍ड विड्राल सेवा शुरू किया है.

SBI के मुताबिक रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक यह सेवा 1 जनवरी 2020 से लागू होगी. ग्राहक को PIN के साथ OTP भी डालना होगा तभी विड्राल होगा. डेबिट कार्ड के साथ एसबीआई ATM का इस्‍तेमाल करने वाले ग्राहकों को पैसा निकालने के लिए अपने रजिस्‍टर्ड मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को भी डालना होगा. यह नियम 10,000 रुपये से अधिक निकालने पर लागू होगा. 

SBI के मुताबिक बैंक ने एटीएम के जरिये होने वाली धोखाधड़ी और अवैध लेन-देन पर अंकुश लगाने को लेकर सुरक्षा का यह अतिरिक्त कदम उठाया है. वेरिफिकेशन के इस अतिरिक्त कदम से SBI के डेबिट कार्डधारकों का क्लोन बनाने और डिवाइस से कार्ड की जानकारी चुराकर खाते से रकम निकल जाने के जोखिम से बचाव होगा.

 

OTP सिस्‍टम एक संख्या होगी, जो निकासी के दौरान Debit कार्ड यूजर का वेरिफिकेशन करेगी. हालांकि SBI ग्राहकों के लिये यह सुविधा दूसरे बैंकों के एटीएम से निकासी करने पर उपलब्ध नहीं होगी.