SBI देगा सस्ता होम लोन, नए और पुराने ग्राहकों के बचेंगे 3 लाख रुपए
अगर आप होम लोन (Home Loan) लेने की तैयारी कर रहे हैं तो एकबार देश के सबसे बड़े बैंक SBI की स्कीम पर भी ध्यान दीजिए. SBI ने आज से अपनी रेपो रेट लिंक होम लोन स्कीम (RLLR) को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है.
अगर आप होम लोन (Home Loan) लेने की तैयारी कर रहे हैं तो एकबार देश के सबसे बड़े बैंक SBI की स्कीम पर भी ध्यान दीजिए. SBI ने आज से अपनी रेपो रेट लिंक होम लोन स्कीम (RLLR) को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है. इससे नए या पुराने होम लोन ग्राहक के ब्याज पर 3 लाख रुपए तक बचेंगे. आपको बता दें कि बीते दिनों SBI ने RLLR स्कीम को वापस ले लिया था, जिसे 1 अक्टूबर 2019 से फिर से लागू किया गया है.
SBI की वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक RLLR स्कीम को कुछ बदलाव कर दोबारा लागू किया गया है. बैंक के मुताबिक 1 अक्टूबर से MSME, होम और रिटेल लोन को रेपो रेट से लिंक कर दिया गया है. ऐसा RBI के निर्देश पर किया गया है.
क्या है मकसद
SBI का ऐसा करने के पीछे मकसद बाजार में कंज्मशन को बढ़ावा देना है. MSME काफी समय से लोन के लिए भटक रहे थे. बैंक उन्हें ऊंची दरों पर लोन मुहैया करा रहे थे. RBI के हस्तक्षेप के बाद बैंकों ने अपने लोन के रेपो रेट से लिंक किया है.
क्या होगा ग्राहक को फायदा
अगर आप SBI से 30 लाख रुपए का होम लोन लेते हैं, जिसे आपको 20 साल में चुकाना है तो आपको 31 लाख रुपए से ज्यादा ब्याज देना पड़ेगा. SBI का लोन इंट्रेस्ट 8.20% है. ऐसा RLLR स्कीम के कारण संभव हुआ है. वहीं HDFC बैंक की ब्याज दर 8.95% है. मतलब HDFC बैंक से 30 लाख रुपए के लोन पर आपको 34 लाख रुपए से अधिक ब्याज चुकाना होगा. इस तरह आपके SBI से होम लोन पर 3 लाख रुपए के आसपास बचेंगे. (यह जानकारी दोनों बैंकों की होम लोन ब्याज दर पर कैलेकुलेट कर निकाली गई है.)
RBI की डेडलाइन
RBI ने सभी बैंकों से कहा है कि वे 1 अक्टूबर 2019 से ही RLLR स्कीम के तहत ही लोन बांटें. ऐसे में SBI का यह कदम ग्राहकों को हैरानी में डालने वाला है.
क्या है RLLR
रेपो रेट लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) पर मिलने वाला होम लोन MCLR से सस्ता होता है क्योंकि इसके पीछे मकसद कस्टमर्स तक रेपो रेट में कटौती का फायदा जल्द से जल्द पहुंचाना है. मसलन स्टेट बैंक ने रेपो रेट से ऊपर 2.65 फीसदी का स्प्रेड तय किया है. रेपो रेट अभी 5.40 फीसदी है. यानि एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट 8.05%. इससे प्रभावी रेट घटकर 8.20 फीसदी रह गया है.