1, 2 या 3... रखिए Multiple Savings Accounts, क्यों? अरे फायदे ऐसे जो आपको पता ही नहीं होंगे
Savings Account: सेविंग्स अकाउंट आपके लिए पैसे सेफ रखने का सबसे आसान तरीका है. लेकिन आप इसको ज्यादा ल्यूक्रेटिव भी बना सकते हैं, यानी आप सेविंग्स अकाउंट में रखे पैसे पर ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं, इसका सही इस्तेमाल करके.
Savings Account: लगभग हम सभी के पास ही सेविंग्स बैंक अकाउंट होता है. हममें से कुछ लोग एक साथ कई बैंक अकाउंट भी रखते हैं, भले ही उन्हें किसी भी कारण से खुलवाया हो. सेविंग्स अकाउंट आपके लिए पैसे सेफ रखने का सबसे आसान तरीका है. लेकिन आप इसको ज्यादा ल्यूक्रेटिव भी बना सकते हैं, यानी आप सेविंग्स अकाउंट में रखे पैसे पर ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं, इसका सही इस्तेमाल करके. लेकिन कैसे? इसमें मल्टीपल सेविंग्स अकाउंट आपकी मदद करेंगे. आइए जानते हैं विस्तार में.
सेविंग्स अकाउंट का कैसे उठाएं फायदा?
हर बैंक आपको सेविंग्स अकाउंट पर कुछ ब्याज देता है. हालांकि, ये ब्याज थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन अगर आपको सेविंग्स अकाउंट में पैसे रखने ही है तो क्यों न ज्यादा ब्याज लेने वाला काम करें. इसके लिए मल्टीपल सेविंग्स अकाउंट खुलवा सकते हैं और आप अपने कई गोल्स के साथ इन्हें मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए आपको देखना होगा कि हाई यील्डिंग सेविंग्स अकाउंट कौन से बैंक खोलते हैं, कहां ज्यादा फायदा होगा, वगैरह-वगैरह. इससे होगा ये कि आप एक ही अकाउंट सामान्य ब्याज दर पाने की बजाय कई अकाउंट्स से ज्यादा इंटरेस्ट जोड़ सकेंगे.
मल्टीपल सेविंग्स अकाउंट के क्या हैं फायदे?
- अलग-अलग अकाउंट होने से आप अपने गोल के लिए अलग से पैसे बचा सकते हैं और फंड ट्रैक कर सकते हैं.
- जब आपके प्राइमरी अकाउंट से इन सेविंग्स अकाउंट में ऑटोमेटिक तरीके से पैसे ट्रांसफर होते रहते हैं तो आप फिजूलखर्ची से भी बच जाते हैं.
- फाइनेंशियल गोल्स के लिए जल्दी पैसे इकट्ठा होते हैं, आपको पता रहता है कि किस गोल के लिए कितने पैसे जमा हो गए हैं और आप अपना गोल पूरा करने से कितनी दूर हैं.
- कुछ सेविंग्स अकाउंट के डेबिट कार्ड इस लिमिट के साथ आते हैं कि आप एक दिन में कितना खर्च कर सकते हैं. ऐसे में जरूरत पड़ने पर आपके पास दूसरे ऑप्शन रहेंगे.
मल्टीपल सेविंग्स अकाउंट से ऐसे करें डील
1. Main Account रखें: आपको एक मेन अकाउंट रखना होगा, जो आपके महीने के खर्चों को हैंडल करेगा. इसमें आप अपने ईएमआई, रेंट, बिल, इन्वेस्टमेंट वगैरह को लिंक कर सकते हैं.
2. Salary Account बनाएं: एक अकाउंट अलग से हो, जिसमें आपकी सैलरी आती हो, लेकिन आप इससे सीधा खर्चा नहीं करते हों. आप सैलरी आने पर अपने खर्च और निवेश का पैसा मेन अकाउंट में डाल सकते हैं, जिससे कुछ पैसे सैलरी अकाउंट में पड़े रहेंगे और आप उन्हें हर खर्च के नहीं छुएंगे.
3. Joint Account: आप एक जॉइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं, जिसमें आप इमरजेंसी फंड के तौर पर पैसे डाल सकते हैं. इससे आपको जॉइंट अकाउंट के फायदे मिलेंगे वो अलग, ऊपर से तीनों अकाउंट से आपको ब्याज पर भी फायदा होगा.
लेकिन Multiple Savings Account के साथ ये बातें रखें ध्यान
मल्टीपल सेविंग्स अकाउंट कई फायदे दिला सकते हैं, लेकिन इनको रखने पर आपको कुछ चीजें याद रखनी होंगी. कई सेविंग्स अकाउंट का मतलब है कि आपको मिनिमम बैलेंस, सर्विस चार्ज वगैरह मेंटेन करना होगा, वर्ना आपके ऊपर पेनाल्टी लग सकती है.
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