RBI की मॉनेटरी पॉलिसी (RBI Monetary Policy) का ऐलान 6 दिसंबर को होना है. पॉलिसी में रेपो रेट (Repo rate) में कटौती का ऐलान हो सकता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बार RBI रेपो रेट में 25 बेसिक प्वाइंट (0.25%) तक की कटौती कर सकता है. RBI के इस फैसला से आपको भी तगड़ा फायदा मिल सकता है. जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रेपो रेट में कटौती करता है तो इसका सीधा असर आपकी Loan EMI पर पड़ता है. RBI रेपो रेट को 0.25% (25 बेसिस प्वाइंट) घटाता है तो 30 लाख के होम लोन (Home Loan) पर आपकी EMI में कितना अंतर आएगा? साथ ही, अगर आप अपनी EMI जल्दी खत्म करना चाहते हैं तो इसके लिए कौन-कौन से कदम उठा सकते हैं? आइए इसे आसान भाषा और कैलकुलेशन के जरिए समझते हैं.

Home Loan पर रेपो रेट में कटौती का असर

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रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है. जब यह दर घटती है, तो बैंक भी कर्ज सस्ता कर देते हैं, जिससे आपकी EMI पर असर पड़ता है.

उदाहरण से समझिए

  • होम लोन राशि: ₹30 लाख
  • मौजूदा ब्याज दर: 8.50%
  • लोन अवधि: 20 साल
  • मौजूदा EMI: ₹25,846

अगर RBI रेपो रेट में 0.25% की कटौती करता है और बैंक ब्याज दर को 8.25% कर देते हैं तो आपकी EMI कुछ इस तरह बदलेगी:

  • नई EMI: ₹25,386
  • अंतर: ₹460/महीना

मतलब, आपको हर महीने ₹460 की बचत होगी. अगर हम बदली हुई ब्याज दर को ही बेस मान लेते हैं तो 20 साल में यह बचत ₹1,10,400 तक हो सकती है.

EMI खत्म करने के आसान तरीके

  1. हर साल प्रीपेमेंट करें: अगर आपके पास कोई बोनस, टैक्स रिफंड, या अतिरिक्त बचत हो, तो इसे अपने लोन पर लगाएं. इससे आपकी लोन अवधि और ब्याज की राशि कम होगी.
  2. EMI बढ़ाएं: अपनी आय बढ़ने पर EMI को थोड़ा बढ़ाएं. यह लोन जल्दी खत्म करने का सबसे आसान तरीका है.
  3. ब्याज दरों की तुलना करें: अगर दूसरे बैंक कम ब्याज दर पर लोन दे रहे हैं तो आप अपने लोन को ट्रांसफर कर सकते हैं. लेकिन इसमें प्रोसेसिंग फीस और अन्य खर्चों का ध्यान रखें.
  4. स्मार्ट बजट बनाएं: फिजूल खर्चों को सीमित करें और बचत का बड़ा हिस्सा लोन प्रीपेमेंट में लगाएं. इससे आपके कर्ज की अवधि कम होगी और ब्याज पर बड़ी बचत होगी.

होम लोन जल्दी चुकाने के फायदे

  1. ब्याज पर बचत: जितनी जल्दी आप लोन खत्म करेंगे, उतना ही ब्याज में कटौती होगी. लंबे समय तक लोन रखने से ब्याज का भार बढ़ता है.
  2. फाइनेंशियल सिक्योरिटी: कर्ज-मुक्त जीवन से फाइनेंशियल सिक्योरिटी का अहसास बढ़ता है.
  3. निवेश का मौका: लोन खत्म करने के बाद आप अपनी बचत को दूसरे फायदेमंद निवेश में लगा सकते हैं.

6 दिसंबर का करें इंतजार

अब इंतजार रहेगा कि RBI रेपो रेट में कटौती करता है या नहीं. इसका फैसला 6 दिसंबर को मॉनेटरी पॉलिसी के आउटकम से होगा. अगर रेट कट होता है तो आपके होम लोन की EMI में सीधा असर देखने को मिल सकता है.