RBI MPC Meeting: गुरुवार को आएंगे नतीजे, क्या इस बार होगा ब्याज दरों में बदलाव? देखें Zee Business का सबसे बड़ा पोल
RBI MPC Meeting: 8 अगस्त गुरुवार को तीन दिवसीय बैठक के नतीजे आएंगे. बजट के बाद होने वाली इस बैठक में लोगों को उम्मीद है कि आरबीआई हो सकता है कि इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव करे. देखिए इस मामले में Zee Business का पोल क्या कहता है.
RBI MPC Meeting: मौद्रिक नीति समिति की फाइनेंशियल ईयर 2024-25 के लिए तीसरी मीटिंग 6 अगस्त से शुरू हो चुकी है. आज बैठक का दूसरा दिन है. 8 अगस्त गुरुवार को बैठक के नतीजे आएंगे. गुरुवार की सुबह 10 बजे रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) मौद्रिक नीति समिति द्वारा लिए गए निर्णयों की घोषणा करेंगे. बजट (Budget 2024) के बाद होने वाली इस मीटिंग को लेकर जानकारों का मानना है कि RBI इस बार भी रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव शायद ही करे.
RBI पॉलिसी को लेकर ज़ी बिज़नेस के मेगा पोल में भी एक्सपर्ट्स ने यही संभावना जताई है कि रेपो रेट में इस बार भी कोई बदलाव नहीं होगा. लेकिन,अब सवाल ये है कि अगर इस बार भी रेपो रेट में कटौती नहीं होगी तो कब होगी? साल 2024 में कुल कितनी बार कटौती का अनुमान है. आइए इस मामले में पहले एक्सपर्ट्स की तरफ से की गई पोलिंग को समझ लेते हैं.
मॉनेटरी पॉलिसी पर Zee Business का सबसे बड़ा पोल
1) इस बार ब्याज दरें घटाएगा RBI?
A) हां 0%
B) नहीं 100%
2) इस बार नहीं तो कब RBI घटा सकता है ब्याज दरें?
A) अक्टूबर 0%
B) दिसंबर 67%
C) फरवरी 33%
D) फरवरी के बाद 0%
3) 2024 में ब्याज दरें कितनी बार घटेंगी?
A) एक भी नहीं 33%
B) एक 67%
C) दो 0%
4) इस बार CRR घटेगा?
A) हां 0%
B) नहीं 100%
5) GDP अनुमान बदलेगा RBI?
A) हां 67%
B) नहीं 33%
6) महंगाई का अनुमान बदलेगा RBI?
A) हां 0%
B) नहीं 100%
7) पॉलिसी रुख बदलेगा RBI?
A) हां 0%
B) नहीं 100%
फरवरी 2023 से नहीं हुआ रेपो रेट में बदलाव
फरवरी, 2023 से रेपो दर 6.5 प्रतिशत के उच्चस्तर पर बना हुआ है. 2024-25 की दूसरी बैठक चुनावी नतीजे आने के बाद जून में हुई थी, उस समय भी रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. इस बार ये बैठक बजट के बाद हो रही है. ऐसे में लोगों को उम्मीद थी कि शायद आरबीआई इस बार ब्याज दरों को घटा सकता है. लेकिन जी बिजनेस के पोल में इसकी संभावना बिल्कुल भी नहीं बताई गई है. बता दें कि रेपो रेट वही है, जिसके आधार पर आपका बैंक लोन (Bank Loan) की ब्याज दर तय करता है. ऐसे में अगर इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ, तो लोन की ईएमआई भी कम नहीं होगी.