RBI MPC Meeting: एक बार फिर उम्मीदों को लगा झटका, ब्याज दरों में नहीं हुआ बदलाव, रेपो रेट 6.50% पर बरकरार
RBI MPC Meeting Update: RBI की तीन दिवसीय MPC Meeting के नतीजे आज घोषित हो गए हैं. रिजर्व बैंक ने इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव न करते हुए इसे 6.5% पर ही स्थिर रखने का फैसला किया है.
RBI Monetary Policy Meeting: आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक के नतीजे आ गए हैं. सुबह 10 बजे नतीजे घोषित करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकान्त दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने बताया कि इस बार भी ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया गया है. रेपो रेट फिलहाल 6.50% पर ही बरकरार रहेगा. MPC के 6 में से 4 सदस्य ब्याज दरों में बदलाव के पक्ष में नहीं. मतलब साफ है कि अभी आपके होम लोन, ऑटो लोन समेत तमाम तरह के कर्ज भी फिलहाल सस्ते नहीं होंगे. Zee Business के पोल में भी रेपो रेट घटने की संभावना नहीं जताई गई थी.
बता दें कि RBI ने आखिरी बार फरवरी 2023 में ब्याज दरों में बदलाव किया था. उस समय दरें 0.25% बढ़ाकर 6.5% की गई थीं, तब से ये जस से तस बनी हुई हैं. बता दें कि गवर्नर शक्तिकान्त दास के मौजूदा कार्यकाल की आखिरी एमपीसी बैठक है. उनका कार्यकाल 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है.
महंगाई को लेकर बनी हुई है चिंता
अपनी स्पीच में गवर्नर ने कहा कि आरबीआई पॉलिसी से लोगों के जीवन पर असर पड़ता है. RBI का प्राथमिक काम महंगाई को कंट्रोल करना है. पॉलिसी की फ्रैमवर्क ने ग्लोबल टेंशन के समय स्थिति को संतुलित रखा. मजबूत फेस्टिव डिमांड और ग्रामीण मांग मे सुधार दिखा. लेकिन मंहगाई को लेकर चिंता बनी हुई है. मंहगाई का GDP ग्रोथ पर बुरा असर पड़ा. ग्लोबल चितांओ का असर मंहगाई पर पड़ सकता है. GDP ग्रोथ अनुमान से कमजोर रही. आरबीआई ग्रोथ और महंगाई में तालमेल बनाकर चलेगा.
ये हैं पॉलिसी की 10 खास बातें
1. RBI ने CRR 0.5% घटाया, 4.5% से घटाकर 4% किया
2. ब्याज दरें बिना बदलाव के 6.5% पर स्थिर, न्यूट्रल रुख कायम
3. MPC के 6 में से 4 सदस्यों का दरें स्थिर रखने के पक्ष में वोट
4. अक्टूबर CPI हमारी रेंज से बाहर हुई, Q4 में नरमी की उम्मीद
5. GDP अनुमान में कटौती, Q3FY25 GDP अनुमान 7.4% से घटकर 6.8%
6. FY25 GDP अनुमान 7.2% से घटाकर 6.6% किया
7. CPI अनुमान बढ़ाए, Q3FY25 CPI अनुमान 4.8% से बढ़कर 5.7%
8. FY25 CPI अनुमान 4.5% से बढ़ाकर 4.8% किया
9. CRR कटौती से सिस्टम में `1.16 लाख करोड़ की लिक्विडिटी आएगी
10. संतुलित पॉलिसी, महंगाई के साथ ग्रोथ और लिक्विडिटी पर भी फोकस