क्या आपको भी ATM से पैसे निकालने पर 2000 रुपए का नोट नहीं मिल रहा है? क्या आपके आस-पास के एटीएम में 2000 रुपए के नोट ही नहीं हैं? सड़क से लेकर संसद तक हर तरफ यही चर्चा है. पिछले कुछ साल से 2000 रुपए का नोट धीरे-धीरे बाजार और एटीएम से नदारद हो गया है. हालांकि, बड़ी कैश डील में अब भी 2000 रुपए के नोट (2000 rupee note) देखने को मिल जाते हैं. लेकिन, आम आदमी की पहुंच और जेब दोनों से ही ये दूर है. आखिर माजरा क्या है? क्या सरकार ने एटीएम में 2000 रुपए के नोट डालने से मना किया है या फिर बैंकों को आरबीआई की तरफ से कोई निर्देश दिया गया है? क्यों 2000 रुपए का नोट ATM से गायब है? इसका खुलासा आरबीआई की एनुअल रिपोर्ट (RBI annual report) में हुआ है. वहीं, वित्त मंत्री ने संसद में इसकी पूरी सच्चाई खुलकर सामने रखी है. 

लोकसभा में उठा 2000 रुपए का मुद्दा

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दरअसल, बैंकों के एटीएम से अब 2,000 के बजाय 500 रुपए और 200 रुपए के नोट ज्यादा निकल रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि 2,000 के नोट को धीरे-धीरे हटाने की तैयारी है. कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि SBI ने तो अपने सभी ATM से 2000 रुपए के नोट रखने की कैसेट को ही हटाने का निर्देश दिया है. हालांकि, इस खबर की कोई पुष्टि नहीं हुई. अब संसद में भी यही मुद्दा उठा. लोकसभा में सांसद संतोष कुमार (Santosh Kumar) ने वित्त मंत्री से चार सवाल किए. ये चारों सवाल नोटबंदी और उसके बाद जारी किए गए 2000 रुपए के नोट पर थे. 

सांसद संतोष कुमार ने वित्त मंत्री से कुल 5 सवाल किए

1- नोटबंदी के बाद जारी किए गए करीब 9.21 लाख करोड़ रुपए के मूल्य 500 और 2000 रुपए के नोट चलन से बाहर हो गए हैं, इसका कोई आंकड़ा है? 

2- अगर हां तो सरकार को स्पष्ट करना चाहिए ऐसा क्यों हुआ और किस वजह से किया गया? 

3- क्या करेंसी नोट्स को दोबारा से ब्लैक मनी में बदल दिया गया है. अगर हां तो सरकार को इस पर अपना स्पष्टिकरण देना चाहिए?

4- क्या आरबीआई ने बैंकों पर 2000 रुपए के नोट एटीएम से जारी करने पर कोई प्रतिबंध लगाया है? अगर हां तो इसकी जानकारी देनी चाहिए.

5- किस तारीख से आरबीआई ने 2000 रुपए के करेंसी नोटों की छपाई बंद कर दी है?

वित्त मंत्री ने बताई पूरी सच्चाई

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने इसका लिखित जवाब भी दिया है. उन्होंने पहले तीन सवालों के जवाब में कहा कि ऐसी कोई जानकारी या डेटा मौजूद नहीं है. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2017 के अंत तक और मार्च 2022 के अंत तक ₹500 और ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंकनोटों का कुल मूल्य ₹9.512 लाख करोड़ और ₹27.057 लाख करोड़ था. 

बैंकों को नहीं दिया गया कोई निर्देश

चौथे सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा- ऑटोमेटेड टेलर मशीन (ATM) में ₹2000 के नोट नहीं भरने के लिए बैंकों को कोई निर्देश नहीं दिया गया है. बैंक खुद यह तय करते हैं कि एटीएम में कब और कौन से मूल्यवर्ग के नोट डालने हैं. बैंक एटीएम का पिछला रिकॉर्ड, कंज्यूमर की जरूरत और सीजनल ट्रेंड को देखते हुए इसका फैसला लेते हैं. पांचवे और आखिरी सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2019-20 के बाद से 2000 रुपए के नोट की छपाई नहीं हुई है. 

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