रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India - RBI) के डिजिटल करेंसी (Digital Currency) को लॉन्च करने की तैयारी शुरू हो चुकी है. इसी साल पायलट बेसिस पर सीएनडीसी (Central Bank Digital Currency) को लॉन्‍च किया जाएगा. क्रॉस बॉर्डर भुगतान के लिए डिजिटल करेंसी को काफी प्रभावी माना जा रहा है. इसके लिएआरबीआई अमेरिका की फिनटेक कंपनी एफआईएस से बातचीत कर रहा है.  डिजिटल करेंसी को लॉन्च करने से पहले चार सरकारी बैंकों से सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी ( CBDC) के लिए पॉयलट प्रोजेक्ट शुरू करने को कहा है. 

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बजट के दौरान वित्‍त मंत्री ने की थी घोषणा

बता दें कि इसी वर्ष एक फरवरी को बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आने वाले वित्त वर्ष में आरबीआई द्वारा डिजिटल करेंसी या सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी जारी करने की घोषणा की थी. निर्मला सीतारमण ने कहा था कि डिजिटल रुपया लाने का फैसला भारतीय रिजर्व बैंक की सलाह से सोच-समझकर लिया गया है. आरबीआई के डिजिटल करेंसी को कानूनी मान्यता हासिल होगी. पॉयलेट प्रोजेक्ट के लिए देश के 4 सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा को शामिल किया गया है.

आपके लिए क्यों है फायदेमंद 

डिजिटल करेंसी से आपको कैश रखने की जरूरत नहीं होगी. मोबाइल वॉलेट की तरह ही ये काम करेगी. लेकिन, इसकी सबसे बड़ी खासियत होगी कि इसे रखने पर आपको ब्याज भी मिलेगा. डिजिटल करेंसी को आप अपने मोबाइल के वॉलेट में रख सकते हैं या फिर अपने अकाउंट में रख सकते हैं. डिजिटल करेंसी के सर्कुलेशन की गोपनीयता रखी जाएगी. इसके सर्कुलेशन पर RBI का कंट्रोल होगा.