भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) आज मौद्रिक नीति (क्रेडिट पॉलिसी) का ऐलान कर दिया है. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में बड़ी कटौती की है. बैंक ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की कटौती की है. लगातार 4 मौद्रिक नीति में 4 बार रेट कट का ऐलान किया गया है. अब रेपो रेट घटकर 5.40 फीसदी हो गया है. बैंक की इस कटौती का एमपीसी (Monetary Policy Committee) के सभी सदस्यों ने समर्थन किया है. आरबीआई के इस फैसले के फौरन बाद स्टॉक मार्केट में उछाल देखने को मिल रहा है. इससे पहले आरबीआई ने तीन बार 0.25 फीसदी की कटौती की थी.

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आरबीआई अब बैंकों को 5.45 फीसदी पर कर्ज देगा. इस कटौती के बाद रेपो रेट 9 साल में सबसे कम हो गया है.

 

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आरबीआई की क्रेडिट पॉलिसी की बड़ी बातें-

- रेपो रेट में 0.35 फीसदी की कटौती की है. रेपो रेट पर RBI अन्य बैंकों को कर्ज देता है.

- RBI के फैसले के बाद होम लोन और ऑटो लोन की ईएमआई में कमी आएगी.

- NBFCs को पूंजी की उपलब्धता के लिए कदम उठाए गए हैं.

- सीआरआर में कोई कटौती नहीं, CRR 4 फीसदी पर बरकरार. 

- एमसीपी के 4 सदस्यों ने 0.35 फीसदी की कटौती के पक्ष में वोटिंग की.

- एमसीपी के 2 सदस्यों ने 0.25 फीसदी की कटौती के लिए वोट दिया.

- शक्तिकांत दास, बीपी कानूनगो, माइकल पात्रा, रविंद्र ढोलकिया ने 0.35% की कटौती पर वोट किया.

- दिसंबर से एनईएफटी सर्विस 24 घंटे मुहैया करने का फैसला.

- वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में सीपीआई महंगाई का अनुमान 3.1 फीसदी.

- NBFCs के लिए एक्सपोजर 15% से बढ़ाकर 20% किया.

- FY20 GDP ग्रोथ अनुमान 7% से घटाकर 6.9% किया.

- कंज्यूमर, पर्सनल लोन का रिस्क वेटेज 125% से घटाकर 100% किया.

- सितंबर के अंत तक रिटेल पेमेंट सिस्टम के नियम जारी करेंगे.

- MPC की अगली बैठक 1-4 अक्टूबर को होगी.

- एग्री लोन के लिए बैंकों को NBFCs के लिए फंडिंग को मंजूरी.