PIB Fact Check: बढ़ती आधुनिकता और हर व्यक्ति के पास तकनीक की पहुंच के यूं तो कई फायदे हैं. लेकिन इस तकनीक का गलत फायदा भी उठाया जाता है. आए दिन नई तकनीक से ठग (Fraudsters) आम जनता को ठगने के तरीके इजात करते हैं. कई बार ये नकली दावे हुबहू असली जैसे दिखते हैं. आम व्यक्ति इनमें फर्क नहीं कर पाता. जिसका नतीजा होता है कि वह इस जाल में फंस जाते हैं और अपने पैसे गंवा बैठते हैं. ऐसे ही फ्रॉड से बचने के लिए भारत सरकार आए दिन जरूरी संदेश जारी करती है. PIB फैक्ट चेक (PIB Fact Check) अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इस तरह के संभावित ठगी की जानकारी देता है. हाल ही में RBI (Reserve Bank Of India) से पैसा निकालने को लेकर एक सर्कुलर वायरल हो रहा है. आइए जानते हैं इसमें कितना सच है.

क्या कहता है लैटर (RBI Viral Letter) 

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दरअसल इस लैटर में यह दावा किया जा रहा है कि "Fund Release Order" को फिल कर जमा करने से बेनेफिशियरी को रिर्जव बैंक ऑफ इंडिया के पास जमा पैसा मिल जाएगा. यह लैटर आपको पैसा देने के एवज में 34,500 रुपए जमा करने की मांग करता है. 

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क्या कहा सरकार ने (RBI Replies)

सरकार ने साफ शब्दों में कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ऐसा कोई भी लैटर जारी नहीं किया गया है. यह लैटर आम जनता को ठगने का तरीका है. इतनी सेंसिटिव जानकारी आपको किसी भी व्यक्ति के साथ किसी तरह से शेयर नहीं करना चाहिए. RBI द्वारा इस तरह के लॉटरी, अवॉर्ड जैसे लैटर जारी नहीं किए जाते हैं.

 

 

हो सकता है बड़ा नुकसान 

दरअसल ये लैटर आपको पैसा देने के एवज में कई तरह की पर्सनल जानकारी आपसे मांगता है. जैसे कि आपका अकाउंट नंबर अंकों में, शब्दों में दर्ज करने की बात यहां कही गई है. इसके अलावा डेबिट नंबर, बैंक का एड्रेस, बैंक का नाम, स्टेट ब्रांच जैसी कई सेंसिटिव जानकारी इस लैटर में मांगी जा रही है. ठगों के लिए यह जानकारी पैसा निकालने के लिए काफी है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पहचान चिन्ह के साथ छापा गया यह लैटर पूरी तरह फर्जी है.