RBI Annual Report 2023-24: केंद्रीय बैंक (Reserve Bank of India) ने FY24 की सालाना रिपोर्ट जारी की है. 30 मई को जारी अपनी रिपोर्ट में आरबीआई ने FY25 में महंगाई घटने की उम्‍मीद जताई है, साथ ही GDP ग्रोथ 7% रहने की संभावना जताई है. यहां देखिए आरबीआई ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में और क्‍या कहा.

चुनौतियों के बावजूद इकोनॉमी में दिखी ग्रोथ

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आरबीआई ने अपनी सालाना रिपोर्ट में बताया कि FY24 में बैलेंस शीट में 11.1% की बढ़ोतरी हुई है. RBI के खर्चों में 56.3% की कमी आई और घरेलू नेट इनकम 5.7% बढ़कर 88,100 करोड़ रही है. वहीं नेट इनकम 87,420 करोड़ से बढ़कर 2.11 लाख करोड़ रही. फॉरेन सोर्स इनकम 23.2% बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रही.FY24 में कुल खर्च 1.48 लाख करोड़ से घटकर 64,694 करोड़ रहा. तमाम चुनौतियों के बावजूद इकोनॉमी में ग्रोथ दिखी. 

 FY25 बेहतर रहने की उम्मीद

रिपोर्ट में कहा गया है कि FY25 में GDP ग्रोथ 7% रहने का अनुमान है. अच्‍छी बारिश से अच्‍छी खेती की उम्‍मीद है और महंगाई दर में भी कमी आने की संभावना है. महंगाई में कमी से खपत में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. आरबीआई ने रिपोर्ट में कहा है कि ग्लोबल इकोनॉमी में कई चुनौतियां मौजूद हैं. ग्लोबल स्तर पर चुनौतियों से FY24 में IT सेक्टर की ग्रोथ सुस्त रही है. लेकिन फिर भी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए FY25 बेहतर रहने की उम्मीद है. 

रिपोर्ट में इन बातों का भी जिक्र

  • फाइनेंशियल मार्केट में सेल्फ रेगुलेटरी यूनिट के लिए नियम आएंगे.
  • लिक्विडिटी मैनेजमेंट ऑपरेशन के लिए तकनीक को अपग्रेड करेंगे.
  • LAF पर कंसोलिडेटेड इंस्ट्रक्शंस जारी किए जाएंगे.
  • मॉनेटरी पॉलिसी के मुताबिक लिक्विडिटी ऑपरेशन होगा.
  • ऑफलाइन मोड में e-Rupee पायलट स्कीम का दायरा बढ़ाएंगे.
  • FEMA के तहत IFSC रेगुलेशंस की समीक्षा की जाएगी.
  • क्रॉस बॉर्डर पेमेंट के लिए भी e-Rupee के इस्तेमाल पर विचार.
  • प्राइस स्टेबिलिटी पर मॉनेटरी पॉलिसी का फोकस.