Interest Rates Hiked: रेपो रेट बढ़ने का असर दिखना शुरू, इन पांच बैंकों ने महंगा किया कर्ज
Interest Rates Hiked: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बुधवार को मौद्रिक समीक्षा की घोषणा करते हुए रेपो दर बढ़ाने का ऐलान किया था. इसके बाद अब पांच बैंकों ने कर्ज को महंगा कर दिया है.
Loan Interest Rates Hiked: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बुधवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा का ऐलान करते हुए रेपो दर में 25 बेसिक प्वाइंट्स की बढ़ोत्तरी की है. इसके बाद से ही कर्ज महंगे होने के कयास लगाए जा रहे थे. अब पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक और इंडियन ओवरसीज ने कर्ज महंगा कर दिया है. इन सभी बैंकों ने ब्याज दर बढ़ाने की घोषणा की है. इसके बाद से ही कर्ज चौथाई फीसदी तक महंगा हो गया है. गौरतलब है कि आरबीआई की घोषणा के बाद रेपो दर 6.25% से बढ़कर 6.50 फीसदी हो गई है.
इंडियन ओवरसीज बैंक ने कर्ज में ब्याज दर बढ़ाकर 9.35 फीसदी कर दिया है. ये ब्याज दर आठ फरवरी से लागू होगी. पंजाब नेशनल बैंक ने रेपो रेट लिंक्ड लेंडिंग रेट को 6.25 फीसदी से बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर दिया है. ये ब्याज दर नौ फरवरी से लागू होगी। इंडियन बैंक ने रेपो बेंचमार्क रेट को 6.25 फीसदी से बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर दिया है. ये ब्याज दर नौ फरवरी से लागू होगी.
इस बैंक ने एफडी पर बढ़ाई ब्याज दरें
मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद ICICI बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी पर ब्याज दरों को बढ़ा दिया था. आईसीआईसीआई बैंक ने एफडी पर मिलने वाली ब्याज दर में 1.5 फीसदी तक बढ़ोत्तरी की थी. नई ब्याज दरें आठ फरवरी से लागू हो गई हैं. बैंक की न्यूनतम ब्याज दर 4.50 फीसदी और अधिकतम ब्याज दर 7.15 फीसदी हो गई है. यही ब्याज दर सीनियर सिटीजन पर भी लागू होगी. हालांकि, नई ब्याज दरें दो करोड़ रुपए से ज्यादा और पांच करोड़ रुपए से कम फिक्स्ड डिपॉजिट पर लागू होगी.
इतनी रह सकती है महंगाई
मौद्रिक नीति समिति (MPC) के छह में से चार सदस्यों ने रेपो दर बढ़ाने के पक्ष में मत दिया था. वहीं, चौथी तिमाही में मुद्रास्फीति 5.6 फीसदी का अनुमान है. वहीं, चालू वित्तीय वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है. अगले वित्त वर्ष में ये 5.3 फीसदी आने का अनुमान है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा है कि साल 2023-24 में स्थिर मूल्य पर जीडीपी दर 6.4 फीसदी तक रहने का अनुमान है. जून तिमाही में वृद्धि दर 7.8 फीसदी और सितंबर तिमाही में विकास दर 6.2 फीसदी रहने के अनुमान है. दिसंबर और मार्च तिमाही में विकास दर 5.8 रहने का अनुमान है.