पहली छमाही में सरकारी बैंकों का दमदार प्रदर्शन; मुनाफा 26% बढ़ा, NPA घटा
Public Sector Banks: वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने बताया कि चाल वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान सरकारी बैंकों के नेट प्रॉफिट में 26% की बढ़ोतरी हुई है.
Public Sector Banks: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में मजबूत प्रदर्शन किया है. वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने बताया कि इस दौरान सरकारी बैंकों के नेट प्रॉफिट में 26% की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा उनका कारोबार भी बढ़ा है जबकि नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) में गिरावट आई है.
12 बैंकों का कुल कारोबार 11% बढ़ा
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) सहित सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों का कुल कारोबार अप्रैल-सितंबर के दौरान 236.04 लाख करोड़ रुपये रहा. इसमें सालाना आधार पर 11% की बढ़ोतरी हुई. वित्त वर्ष 2024-25 के पहले छह महीनों के दौरान उनके लोन में सालाना आधार पर 12.9% की बढ़ोतरी हुई और यह 102.29 लाख करोड़ रुपये रहा. इस दौरान सरकारी बैंकों का जमा पोर्टफोलियो 9.5 प्रतिशत बढ़कर 133.75 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
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सालाना आधार पर ऑपरेशनल प्रॉफिट में 14.4% का इजाफा
समीक्षाधीन अवधि में बैंकों का ऑपरेशनल प्रॉफिट सालाना आधार पर 14.4% बढ़कर 1,50,023 करोड़ रुपये रहा. नेट प्रॉफिट 25.6% बढ़कर 85,520 करोड़ रुपये रहा. सितंबर, 2024 में बैंकों का सकल और नेट एनपीए क्रमश: 3.12% और 0.63% रहा. इसमें सालाना आधार पर क्रमश: 1.08% और 0.34% की कमी आई. वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में सुधार और नियमित निगरानी ने कई चिंताओं और चुनौतियों का समाधान किया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में और केन्द्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के मार्गदर्शन में पिछले कुछ वर्षों में बैंकिंग क्षेत्र में कई बड़े सुधार किए गए हैं, जैसे बेहतर पहुंच एवं सेवा उत्कृष्टता (EASE) का क्रियान्वयन, इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) का अधिनियमन, मजबूत ढांचागत शासन तैयार करना, नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) की स्थापना, पीएसबी का विलय आदि.