एक-दो नहीं 7 तरह के होते हैं Cheque, कम ही लोग जानते हैं इनके बारे में, जानिए कब होता है किसका इस्तेमाल
छोटे-छोटे बदलावों के साथ चेक अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल किए जाते हैं. ये चेक एक-दो नहीं, बल्कि 7 तरह के होते हैं, जिनमें से अधिकतर के बारे में कम ही लोग जानते हैं.
Updated on: May 12, 2024, 11.10 AM IST
बीयरर चेक पर लिखा होता है कि इस पर लिखे पैसे इस शख्स तो दिए जाएं या जो भी ये चेक लेकर आए यानी बीयरर (or bearer) को दिए जाएं. जिसके पास भी यह चेक होगा, उस पर लिखी रकम बैंक की तरफ से उस शख्स को दे दी जाएगी. इस चेक की रकम चुकाने से पहले बैंक इस बात की भी जांच नहीं करते हैं कि वह चेक उसी शख्स का है या उसने किसी से चोरी किया है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह चेक किसी को भी ट्रांसफर किए जा सकते हैं.
ये चेक बीयरर चेक से बिल्कुल उल्टे होते हैं. इनमें चेक पर लिखा or bearer काटा गया होता है या कैंसिल किया हुआ होता है. इस चेक पर लिखी राशि सिर्फ उसी शख्स को दी जा सकती है, जिसका नाम उस पर लिखा हुआ होता है. एक ऑर्डर चेक के बदले भुगतान करने से पहले बैंक की तरफ से उस शख्स का थोड़ा बैकग्राउंड चेक किया जाता है, जिसका नाम चेक पर होता है. पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही बैंकों की तरफ से चेक का भुगतान किया जाता है.
क्रॉस चेक (Cross Cheque) के तहत चेक में बाईं साइड ऊपर कोने पर दो समानांतर लाइनें खींची जाती हैं. इस चेक की खास बात ये होती है कि इससे आप किसी बैंक जाकर कैश नहीं निकाल सकते हैं. किसी चेक को क्रॉस कर दिए जाने से यह सुनिश्चित हो जाता है कि उससे भुगतान सिर्फ बैंक खाते में ही होगा. यह भुगतान उस व्यक्ति को हो सकता है, जिसका नाम चेक पर लिखा है. या फिर वह शख्स चेक को किसी को एंडोर्स भी कर सकता है, जिसके लिए उसे चेक के पीछे साइन करना जरूरी हो जाता है. जब चेक जारी करने वाला चाहता है कि जिस शख्स को पैसे देने हैं, वह उसके किसी खास बैंक के अकाउंट में ही जाएं, तो वह नीचे की तरफ खाली जगह में दो समानांतर लाइनें खींचकर बैंक का नाम लिख सकता है. यह चेक सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि आप पहले से ही तय कर देते हैं कि भुगतान किसे, कैसे और कहां से होगा.
इस तरह के चेक का इस्तेमाल किसी आगे की तारीख पर उसके इस्तेमाल के लिए किया जाता है. इस तरह के चेक बिजनेस में या किसी ऐसे काम के लिए किए जाते हैं, जिनमें बाद की किसी तारीख पर पैसे चुकाने होते हैं. तमाम सोसाएटी के मेंटेनेंस में इस तरह के चेक का इस्तेमाल हो सकता है. कई बार बिजनेस ट्रांजेक्शन में बाद की तारीख पर भुगतान करने के लिए भी ऐसे चेक इस्तेमाल होते हैं.
एक ऐसा चेक, जिसकी वैलिडिटी चेक जारी करने के 3 महीने पहले ही खत्म हो चुकी होती है, उसे स्टेल चेक (Stale Cheque) कहा जाता है.
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6- Traveller’s Cheque
विदेशों में छुट्टियों पर जाने के दौरान ट्रैवलर्स चेक का इस्तेमाल किया जाता है. वह अपने साथ कैश कम रखते हैं और इन चेक के जरिए दूसरे देश की किसी लोकेशन पर स्थित बैंक से कैश निकाल सकते हैं. इस तरह के चेक कभी एक्सपायर नहीं होते हैं और भविष्य की ट्रिप्स के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
अगर कोई शख्स चेक पर Cancelled लिख दे और चेक पर दोनों कोनों को मिलाते हुए Cancelled के ऊपर-नीचे लाइन खींच दे, तो वह रद्द चेक माना जाता है. ऐसे चेक का इस्तेमाल आपकी बैंकिंग जानकारी इस्तेमाल करने के लिए होता है. अक्सर ऐसे चेक केवाईसी में इस्तेमाल होते हैं, जिनसे सिर्फ आपकी जानकारी वेरिफाई हो सकती है, ना कि उसका इस्तेमाल कर के कोई पैसा निकाला जा सके.