डिजिटल पेमेंट वॉलेट और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी PhonePe बंद हो गया है? क्या अब इसके ग्राहक ऐप का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे? बंद होने के पीछे क्या वजह है? इस तरह के कई सवाल इस वक्त सोशल मीडिया पर चल रहे हैं. पेट्रोल पंप, ग्रॉसरी स्टोर्स ने फोन-पे लेने से इनकार कर दिया है.

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दरअसल, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) की तरफ से प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक (Yes Bank) की कई सर्विसेज पर पाबंदी लगा दी है. इसका असर फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी PhonePe पर सबसे ज्यादा पड़ा है. फोन-पे की सर्विस भी बंद हो गई है. 

यस बैंक पर लगी पाबंदी के बाद डिजिटल भुगतान सर्विस प्लेटफार्म यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) आधारित लेन-देन रुक गया है. इससे बैंक के सबसे बड़े भुगतान भागीदार PhonePe बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. फोन-पे से फिलहाल किसी तरह का लेन-देन नहीं हो सकेगा.

फ्लिपकार्ट, स्विगी और मेकमायट्रिप जैसी कंपनियों ने भी अपने सिस्टम से फोन-पे को हटा दिया है. UPI ऑप्शन को भी फ्लिपकार्ट और स्विगी से हटा दिया गया है. पेमेंट के लिए जिनका पैसा वॉलेट में था, फिलहाल वो फंसा रहेगा. फोनपे की तरफ से कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट अभी तक जारी नहीं किया गया है. लेकिन, कंपनी के सीईओ समीर निगम ने एक ट्वीट किया है. 

समीर निगम ने ट्विटर पर ग्राहकों के लिए लिखा है- 'हमें इस लंबे रुकावट के लिए खेद है. हमारे साझेदार बैंक (Yes Bank) पर RBI ने कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं. हमारी पूरी टीम ने रात भर सेवाएं जारी रखने के लिए काम किया है. हमें उम्मीद है कि यह कुछ घंटों में ठीक हो जाएगा'.

ज़ी बिज़नेस डिजिटल टीम ने स्विगी, क्लियरट्रिप से मामले में जानकारी लेने की कोशिश की. लेकिन, दोनों ही कंपनी कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. हालांकि, कंपनियां इस मामले में थोड़ी देर में ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी करेंगी. स्टेटमेंट जारी होने पर स्टोरी में जानकारी जोड़ दी जाएगी. ज़ी बिज़नेस ने नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से भी बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन NPCI भी ऑफिशियल स्टेटमेंट थोड़ी देर में जारी करेगा. 

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कुछ और प्लेटफॉर्म्स से भी UPI, फोनपे जैसे ऑप्शन को हटाया जा सकता है. ये सभी प्लेटफॉर्म यस बैंक के साथ जुड़े हैं.