अगर आपको अचानक से पैसे की जरूरत पड़ जाए और कोई रास्‍ता नजर न आए, तो आप पर्सनल लोन (Personal Loan) लेकर अपनी जरूरत को पूरा कर सकते हैं. पर्सनल लोन अनसिक्‍योर्ड लोन (Unsecured Loan) होता है, जिसमें आपको किसी संपत्ति वगैरह को गिरवी रखने की जरूरत नहीं पड़ती. पर्सनल लोन के लिए आप ऑनलाइन, एटीएम, नेट बैंकिंग, बैंक के मोबाइल ऐप्लिकेशन के जरिए या बैंक में जाकर अप्‍लाई कर सकते हैं और अपनी जरूरत को पूरा कर सकते हैं. लेकिन हर चीज के कुछ फायदे और नुकसान दोनों पहलू होते हैं. यहां जानिए पर्सनल लोन किन मामलों में आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है, इसके लिए पात्रता क्‍या है और इसके ड्रॉबैक्‍स क्‍या हैं?

कब फायदे का सौदा है पर्सनल लोन और कैसे (Benefits of Personal Loan)

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अगर फायदे की बात करें तो शादी, मेडिकल एमरजेंसी या किसी अन्‍य तरह की एमरजेंसी की कंडीशन में जब अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है और कोई रास्‍ता नहीं दिखता, तब पर्सनल लोन आपका बेहतर साथी बन सकता है. इसे आप कभी भी और कहीं से भी अप्‍लाई कर सकते हैं. अगर आप प्री-क्वालिफाइड कस्टमर हैं, तो कुछ ही समय में लोन की राशि आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाती है. पर्सनल लोन के ऐसे कई फीचर्स हैं, जो एमरजेंसी की स्थिति में आपके लिए मददगार बनते हैं जैसे-

  • पर्सनल लोन कोलेट्रल फ्री लोन है. आपको इसके बदले में किसी चीज को गिरवी रखने की जरूरत नहीं पड़ती है.
  • अधिकांश लोन  जैसे होम लोन, कार लोन, टू-व्हीलर लोन आदि के साथ लोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध जुड़े रहते हैं, लेकिन पर्सनल लोन के साथ ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं होता. आप अपनी मर्जी और जरूरत के हिसाब से इसे कहीं भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं.
  • पर्सनल लोन को चुकाने के लिए आपको अच्‍छा खासा समय दिया जाता है. इसके लिए फ्लेक्सिबल रिपेमेंट अवधि जुड़ी रहती है जो आमतौर पर 12 महीनों से 60 महीनों के बीच होती है. आप इसे अपनी सहूलियत के हिसाब से चुन सकते हैं.

क्‍या होती है पात्रता (Personal Loan Elegibility)

  • अगर आप नौकरीपेशा वाले हैं, तो पर्सनल लोन के आपकी उम्र 18-60 वर्ष होनी चाहिए. वहीं गैर नौकरीपेशा लोगों की 21-65 वर्ष के बीच होनी चाहिए. तमाम बैंकों में उम्र का मापदंड अलग भी हो सकता है.
  • पर्सनल लोन के लिए न्‍यूनतम आय हर बैंक/ NBFC में अलग-अलग हो सकती है.
  • आप किसी संस्‍थान में कम से कम एक साल नौकरी कर रहे हैं, तो आप पर्सनल लोन के अधिकारी हो सकते हैं. वहीं बिजनेस में लगातार दो वर्ष देने के बाद आप पर्सनल लोन के अधिकारी बन सकते हैं.
  • आपका क्रेडिट स्‍कोर 750 या उससे अधिक होना चाहिए. इससे कम होने पर लोन मिलने में दिक्‍कत हो सकती है या ब्‍याज दर ज्‍यादा लग सकती है.

पर्सनल लोन के ड्रॉबैक्‍स (Drawbacks of Personal)

  • होम लोन, कार लोन आदि के मुकाबले पर्सनल लोन की ब्‍याज दरें काफी ज्‍यादा होती हैं. ऐसे में आपको लोन चुकाते समय ज्‍यादा बड़ी ईएमआई देनी पड़ती है, जिसका असर आपकी जेब पर पड़ता है. अगर लोन लेना भी है तो उतना ही अमाउंट लें, जितना आप आसानी से चुका पाएं. 
  • पर्सनल लोन में इनकम प्रूफ की जरूरत होती है. इनकम प्रूफ के बिना ये नहीं मिलता. जबकि गोल्ड लोन या प्रॉपर्टी लोन के लिए इनकम प्रूफ की जरूरत नहीं होती क्‍योंकि होम लोन या गोल्‍ड लोन कोलेट्रल के आधार पर दिया जाता है. अधिकांश बैंकों में पर्सनल लोन अप्लाई करने के लिए नौकरीपेशा लोगों की सैलरी न्यूनतम 15000 प्रति माह होनी चाहिए. 
  • पर्सनल लोन में आपको प्री-पेमेंट चार्ज देना होता है, जबकि अन्‍य किसी लोन को लेते समय ये चार्ज नहीं लगता है. इसके अलावा पर्सनल लोन में प्रोसेसिंग फीस भी काफी ज्‍यादा लगती है. 

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