लोन लेने के लिए बैंक Cibil Score चेक करते हैं. आमतौर पर लोगों का सिबिल स्‍कोर कम-ज्‍यादा या  मिडिल रेंज में होता है. लेकिन किसी का सिबिल स्‍कोर का मीटर कभी चालू ही न हुआ हो, ऐसा आपने कम सुना होगा. लेकिन ऐसा होता है. इसे Minus Cibil Score कहा जाता है. सामान्‍य भाषा में इसे लोग जीरो सिबिल स्‍कोर भी कह देते हैं. माइनस सिबिल स्‍कोर तब होता है, जब व्‍यक्ति ने कभी बैंक से न तो कभी कोई लोन लिया हो और न ही कभी क्रेडिट कार्ड वगैरह का इस्‍तेमाल किया हो. ऐसे में बैंक के पास ग्राहक के रीपेमेंट को लेकर किसी तरह की हिस्‍ट्री नहीं होती. इस कारण से उनका क्रेडिट स्‍कोर माइनस में होता है.

माइनस सिबिल स्‍कोर होने पर क्‍या होता है नुकसान

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अब सवाल है कि माइनस सिबिल स्‍कोर होने पर किसी का क्‍या नुकसान होता है? इस मामले में बैंक की एक अधिकारी का कहना है कि सिबिल स्‍कोर से ही ग्राहक की विश्‍वसनीयता को परखा जाता है. जब उसकी सिबिल स्‍कोर हिस्‍ट्री ही नहीं होगी, तो बैंक को ये कैसे पता चलेगा कि ये ग्राहक लोन का रीपेमेंट समय पर करेगा या नहीं. ग्राहक पर भरोसा किया जाए या नहीं, इसको लेकर बैंक के सामने असमंजस की स्थिति होती है. इस वजह से बैंक व्‍यक्ति को लोन देने से हिचकिचाते हैं या कई बार इनकार कर सकते हैं.

क्‍या लोन मिलने की कोई संभावना नहीं रहती?

ऐसा नहीं है कि माइनस सिबिल स्‍कोर होने पर आपको लोन मिल ही नहीं सकता. ऐसे में बैंक आपकी विश्‍वसनीयता को दूसरे मापदंडों पर परखते हैं. उसकी आय के स्रोत, उसकी शैक्षणिक योग्‍यता वगैरह को देखा जाता है. जैसे कोई व्‍यक्ति डॉक्‍टर या सीए या किसी उच्‍च पद पर है, तो उसकी क्रेडिट हिस्‍ट्री न होने पर भी उसे लोन मिलने की पूरी संभावना होती है क्‍योंकि उसकी आय अच्‍छी खासी होती है. 

लेकिन अगर आपके पास ऐसे ऊंचे पद वाली नौकरी नहीं है, तो आप अपनी बेहतर आर्थिक स्थिति को दिखाने के लिए बैंक को कुछ वर्षों का बैंक स्‍टेटमेंट देकर आश्‍वस्‍त कर सकते हैं. इसके अलावा आपके तमाम बिल जो आप अब तक नि‍यमित रूप से चुकाते आए हैं, प्रमाण के तौर पर दिखा सकते हैं. अगर आपने बैंक को आश्‍वस्‍त कर दिया तो आपको माइनस सिबिल स्‍कोर पर भी लोन मिल सकता है. लेकिन अगर बैंक संतुष्‍ट नहीं है तो वो इनकार भी कर सकता है. 

बैंक लोन न दे तो सिबिल स्‍कोर कैसे बढ़ाएं?

ये समझना भी जरूरी है कि माइनस सिबिल स्‍कोर होने पर अगर बैंक आपको लोन देने से इनकार कर दे तो सिबिल स्‍कोर का मीटर कैसे चालू किया जाए और इसे कैसे बढ़ाया जाए. इस स्थिति में आपके पास क्रेडिट स्‍कोर बढ़ाने के दो विकल्‍प हैं. पहला- या तो आप बैंक से क्रेडिट कार्ड लेकर इसका इस्‍तेमाल शुरू करें और भुगतान समय से करें. इससे बैंकिंग सिस्‍टम में आपका कर्ज शुरू हो जाएगा और दो या तीन हफ्ते में आपका सिबिल स्‍कोर अपडेट हो जाएगा. वहीं दूसरा तरीका ये है कि आप बैंक में दो छोटी-छोटी 10-10 हजार की एफडी कराएं. एफडी खुलने के बाद उसके एवज में ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत लोन ले लें. जैसे ही आप अपनी एफडी पर ओवरड्रॉफ्ट के तहत पैसों की निकासी करेंगे, आपका कर्ज शुरू हो जाएगा और जल्‍द ही आपका क्रेडिट स्‍कोर बढ़ जाएगा.