तेजी से डिजिटल हो रहे भारत में ठगी का तरीका भी तेजी से डिजिटल हो रहा है. साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) में शामिल ठग सीधे-सादे लोगों को चूना लगाने के लिए ठगी के लगातार नए-नए डिजिटल तरीके अपना रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात ये है कि साइबर फ्रॉड को अंजाम देने में एक अकेले व्यक्ति से लेकर बड़े-बड़े गिरोह तक शामिल हैं. देश में बढ़ते साइबर फ्रॉड के मामले सिर्फ आम लोगों के लिए ही नहीं बल्कि सरकार के लिए भी बड़ा सिर दर्द बनते जा रहे हैं. देश में साइबर फ्रॉड के मामलों पर लगाम कसने के लिए सरकार हरसंभव कोशिशें कर रही है.

ऑनलाइन पेमेंट के लिए बिल्कुल न करें फ्री पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल

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भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने साइबर फ्रॉड से जुड़े मामलों में लोगों की मदद करने और उन्हें जागरूक करने के लिए मार्च, 2018 से एक डेडिकेटेड ट्विटर अकाउंट चला रहा है, जिसका नाम साइबर दोस्त है. साइबर दोस्त ट्विटर अकाउंट पर साइबर फ्रॉड के सभी संभावित तरीकों के बारे में बताया जाता है और सतर्क रहने की अपील की जाती है. इसी सिलसिले में साइबर दोस्त पर बताया गया है कि अगर आपको ऑनलाइन पेमेंट करना है तो कभी भी पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल न करें क्योंकि इसमें बहुत जोखिम है.

फ्री वाई-फाई के चक्कर में चुराई जा सकती है आपकी सीक्रेट बैंक डिटेल्स

दरअसल, जब आप किसी असुरक्षित पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल कर ऑनलाइन पेमेंट करते हैं तो ऐसे में आपके सीक्रेट बैंकिंग डिटेल्स चुराए जा सकते हैं, जिससे आपके बैंक खाते में सेंध मारना काफी आसान हो जाता है. साइबर दोस्त ने ट्वीट कर लोगों से कहा है, ''फ्री की हर चीज अच्छी नहीं होती. ऑनलाइन पेमेंट के लिए असुरक्षित या पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल न करें.''